Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    झाझा में नाराज कार्यकर्ता बिगाड़ेंगे RJD का खेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री के भाई को टिकट की चर्चा से नेताओं में आक्रोश

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 02:35 PM (IST)

    झाझा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर राजद में घमासान मचा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री के भाई को टिकट मिलने की चर्चा से कई नेता नाराज हैं और सोशल मीडिया पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। पार्टी में अंदरूनी कलह की स्थिति है, जिससे एनडीए को फायदा हो सकता है। जन सुराज पार्टी में भी टिकट वितरण को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।

    Hero Image

    संवाद सूत्र, झाझा(जमुई)। विधानसभा चुनाव के नामांकन की तिथि नजदीक आते ही विभिन्न दलों में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। खासकर राजद में टिकट वितरण को लेकर नेताओं का आक्रोश खुलकर सामने आने लगा है। कई संभावित प्रत्याशी सोशल मीडिया के माध्यम से अपने ही दल के शीर्ष नेताओं पर निशाना साध रहे हैं। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सूत्रों के अनुसार, झाझा विधानसभा क्षेत्र से राजद के संभावित प्रत्याशी के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री के भाई को टिकट मिलने की चर्चा तेज है। इसी को लेकर पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता नाराज हैं। 

    सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की

    यहां तक कि पिछले विधानसभा चुनाव में मामूली अंतर से हारे पूर्व प्रत्याशी ने भी सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। पार्टी में अंदरूनी कलह की स्थिति बन गई है, जिससे कई नेताओं के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने की संभावना जताई जा रही है। 

    हालांकि, अभी किसी ने औपचारिक रूप से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा नहीं की है। राजद की इस अंदरूनी खींचतान का फायदा एनडीए को मिल सकता है। झाझा से एनडीए के संभावित उम्मीदवार पूर्व मंत्री सह विधायक दामोदर रावत की चर्चा एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है।  राजनीतिक गलियारों से लेकर बाजार और चाय की दुकानों तक में चुनावी चर्चा तेज हो गई है। 

    जन सुराज में भी कुछ ठीक नहीं

    दूसरी ओर, जन सुराज पार्टी में भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाने वाले जिला पार्षद धर्मदेव यादव ने इंटरनेट मीडिया पर अपने ही दल के नेताओं को नसीहत देते हुए टिकट वितरण की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पैसों के बल पर टिकट की चाह रखने वालों पर भी निशाना साधा है। 

    गौरतलब है कि अभी किसी भी दल ने झाझा विधानसभा सीट से अपने प्रत्याशी की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन लगातार बदलते राजनीतिक समीकरण और नेताओं की सक्रियता यह संकेत दे रही है कि आने वाले दिनों में झाझा की सियासत का रंग और गहराने वाला है।