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    नटवरलाल को भी पछाड़ देंगे मनरेगा के घोटालेबाज... एक ही समय में 7 योजनाओं में करते काम, चेहरे वही बस बदल जाते नाम

    By Arvind Kumar Edited By: Alok Shahi
    Updated: Mon, 27 Oct 2025 04:35 AM (IST)

    MANREGA Ghotala: एक मजदूर सात-सात योजनाओं में एक ही दिन काम कर रहे होते हैं। यह दीगर बात है कि हर योजना में चेहरे वही होते हैं पर नाम बदल जाते हैं। मास्टर रोल पर चस्पा तस्वीर में सुबह और शाम मजदूर के चेहरे और लिवास बदल जाते हैं। मजदूर घंटे टस से मस नहीं होते हैं। आखिर तभी तो सुबह और शाम की तस्वीर में थोड़ा सा भी फर्क नहीं होता है। नेशनल मोबाइल मानिटरिंग सिस्टम की पड़ताल में जागरण को कुछ ऐसे ही तथ्य मिले हैं।

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    MANREGA Ghotala: जमुई के झाझा एवं खैरा प्रखंड में मनरेगा मजदूरों ने धोखाधड़ी करने में नटवरलाल को भी पीछे छोड़ दिया है।

    अरविंद कुमार सिंह, जमुई। MANREGA Ghotala Bihar जमुई के झाझा और खैरा प्रखंड में मनरेगा के कर्णधारों ने धोखाधड़ी करने में नटवरलाल को भी पीछे छोड़ दिया है। यहां हर असंभव कम संभव हो रहा है। स्थिति यह है कि जिले के बड़े अधिकारी चुनाव में व्यस्त हैं और मनरेगा वाले लूट में मस्त हैं। लूट की राशि में रोजगार सेवक से लेकर तकनीकी सहायक, कनीय अभियंता तथा कार्यक्रम पदाधिकारी की भूमिका मिल बांटकर खाने वाली है। आलम यह है कि एक मजदूर सात-सात योजनाओं में एक ही दिन काम कर रहे होते हैं। यह दीगर बात है कि हर योजना में चेहरे वही होते हैं पर नाम बदल जाते हैं। मास्टर रोल पर चस्पा तस्वीर में सुबह और शाम मजदूर के चेहरे और लिवास बदल जाते हैं। मजदूर घंटे टस से मस नहीं होते हैं। आखिर तभी तो सुबह और शाम की तस्वीर में थोड़ा सा भी फर्क नहीं होता है। नेशनल मोबाइल मानिटरिंग सिस्टम की पड़ताल में जागरण को कुछ ऐसे ही तथ्य मिले हैं।

    चेहरा वही रह जाता है बदल जाते हैं नाम

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    धमना पंचायत अंतर्गत गोसाईटांड़ में तालाब निर्माण में मास्टर रोल संख्या 15368 संलग्न किया गया है। इसमें मजदूरों के नाम प्रयाग राम, माया देवी, अनुज साह, सोनी देवी, गुड़िया देवी, सुनील शर्मा, विनोद मिस्त्री, रीना देवी, सबिया देवी, ज्योतिष कुमार शर्मा है। उक्त तस्वीर 25 अक्टूबर को ही आकोटीका में जामुन पेड़ के बगल में तालाब निर्माण कार्य में संलग्न मास्टर रोल संख्या 15372 और 15374 पर भी अपलोड है। यहां उन्हीं मजदूरों के नाम बदलकर शिवम कुमार, सावित्री देवी, विजय कुमार, विभवंती देवी, हरीकिशोर मिस्त्री, विदेशी मिस्त्री, सुरेश शर्मा, सोनी कुमारी, किरण देवी और गुड़िया देवी हो जाते हैं।

    बात यहीं नहीं रुकती। अब यही मजदूर सलैया जोर में तालाब निर्माण करने पहुंच जाते हैं। यहां मास्टर रोल संख्या 15385 है। इसके बाद कसिया के पूर्वी टांड, बगधासा के बलदेव यादव खेत के बगल में तालाब निर्माण तथा उसी गांव में तिनपुलिया में तालाब निर्माण कार्य में भी इन मजदूरों की सशरीर उपस्थिति होती है। बड़ी बात यह है कि इन मजदूरों की जाति, लिंग और नाम हर योजना में परिवर्तित होती है। यह सिर्फ बानगी भर है।

    अब दूसरी तस्वीर धमना के सलैया में आहर निर्माण में कार्य करते हुए मजदूरों की मास्टर रोल संख्या 15382 पर अपलोड है। यही तस्वीर बगधासा तीन पुलिया टांड में तालाब की खुदाई तथा धनियाठीका में आहर निर्माण में अपलोड है। ऐसी तस्वीरें और योजनाओं की लंबी फेहरिस्त है। बाराजोर और कनौदी पंचायत में भी कुछ ऐसी ही स्थित है। बाराजोर कैनाल जोत के पूरब में तालाब निर्माण तथा हरिपुरा के बगल में तालाब निर्माण में संलग्न मास्टर रोल 15510, 15312 तथा 15332 में एक ही मजदूर काम करते दिख रहे हैं।

    मास्टर रोल संख्या 15520 तथा 15523 खेमनटांड़ के बगल में तालाब निर्माण और दूधियातरी जोत के बगल में गैर मजरुआ जमीन पर तालाब निर्माण कार्य में अपलोड है। यहां एक ही मजदूर एक ही साथ दोनों जगह काम कर रहे हैं। यह कैसे संभव है यह तो रोजगार सेवक और कार्यक्रम पदाधिकारी ही बेहतर बता सकते हैं। वैसे जानकार बताते हैं कि जिन योजनाओं में मजदूरों को काम करते हुए दिखाया गया है, वहां काम हो ही नहीं रहा है।

    एक ही मजदूर का सात-सात योजनाओं में तस्वीर अपलोड होना गंभीर मामला है। मामले की जांच कर संबंधित कर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। सुभाष चंद्र मंडल, उप विकास आयुक्त, जमुई।