महागठबंधन की आंतरिक कलह NDA की राह कर देगी आसान! RJD और कांग्रेस उम्मीदवार आमने-सामने
जमुई के सिकंदरा में महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच असहमति है। दोनों दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जिससे चुनाव दिलचस्प हो गया है। महागठबंधन की इस टूट से एनडीए को फायदा होने की संभावना है।
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (फाइल फोटो)
संवाद सूत्र, सिकंदरा (जमुई)। महागठबंधन में खींचतान के बीच आपस में सीट बंटवारे से नाराज राजद, कांग्रेस ने सिकंदरा सुरक्षित विधानसभा से अपने-अपने उम्मीदवार को मैदान में उतार कर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है।
तो यूं कहें कि जिस महागठबंधन ने कभी एकजुट होकर एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ने का वादा किया था, आज वहीं, सीट बंटवारे की गणित में उलझकर राजनीतिक गलियारों में हंसी व मजाक बनना शुरू हो गया है।
ऐसी संभावना है कि सिकंदरा में महागठबंधन की टूट एनडीए को फायदा पहुंचा सकती है। महागठबंधन के उम्मीदवारों के दोस्ताना मुकाबले होने से एनडीए की रफ्तार को धार मिलना तय माना जा रहा है।
वहीं, दूसरी ओर महागठबंधन से कांग्रेस व राजद के इस आंतरिक कलह के बीच दोनों दलों से अलग अलग उम्मीदवार का चुनावी अखाड़े में आने पर एनडीए काफी खुश नजर आ रहा है।
हालांकि, पूर्व में यह कयास लगाया जा रहा था, कि महागठबंधन एम-वाई समीकरण के साथ अन्य जातीय समीकरण में सेंधमारी कर चुनावी राह में अवरोधक बनेगा।
लेकिन, महागठबंधन की आंतरिक कलह ने एनडीए की राह को आसान कर दी है।
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