Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग के साथ चालाकी कर रहे थे गुरुजी, अब 10 शिक्षकों की बढ़ी टेंशन!

    Updated: Thu, 03 Jul 2025 04:03 PM (IST)

    जमुई के चकाई में शिक्षा विभाग की सख्ती के बाद भी शिक्षक ई शिक्षा कोष एप पर गलत हाजिरी लगा रहे हैं। दस प्लस टू विद्यालयों के शिक्षकों से जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने स्पष्टीकरण मांगा है। जांच में शिक्षकों की उपस्थिति में विसंगतियां पाई गई हैं जिससे पता चलता है कि वे विभागीय नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।

    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    संवाद सूत्र, चंद्रमंडी( जमुई)। शिक्षा विभाग की सख्ती के बावजूद शिक्षकों द्वारा लगातार ई शिक्षा कोष एप पर हाजिरी बनाने में गड़बड़ी बरती जा रही है।

    ताजा मामला चकाई के विभिन्न प्लस टू उच्च विद्यालय के शिक्षकों से जुड़ा है। शिक्षकों द्वारा विद्यालयों में उपस्थित बनाने में विसंगति पाए जाने पर प्रखंड के 10 प्लस टू उत्क्रमित उच्च विद्यालय के शिक्षकों से जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय द्वारा स्पष्टीकरण पूछा गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जिन शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछा गया है उनमें प्लस टू डीडीबी उच्च विद्यालय कोराने चकाई की कनक कुमारी, अंकिता कुमारी, प्लस टू प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय चकाई के वीरजन कुमार पांडे ,मनीष कुमार शाह एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय बसंतपुर चकाई के दिवाकर प्रसाद ,करुणा कुमारी ,प्रहलाद कुमार ,राजीव रंजन कुमार, सचिन कुमार एवं सीमा भारती शामिल है।

    जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय योजना एवं लेखा विभाग द्वारा जारी स्पष्टीकरण में इन शिक्षकों को कहा गया है कि ई शिक्षा कोष पोर्टल पर विद्यालय के शिक्षकों की उपस्थिति की रेंडम जांच की जा रही है। जांच के क्रम में कई विद्यालयों के शिक्षकों की उपस्थिति में विसंगतियां पाई गई है जो पत्र के साथ संलग्न है।

    पाई गई विसंगतियों से स्पष्ट होता है कि विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा विभागीय नियमों की अनदेखी करते हुए उपस्थिति दर्ज की जा रही है।

    विभागीय निर्देशानुसार शिक्षकों की नियमानुसार उपस्थिति सुनिश्चित किया जाना विद्यालय प्रधान का दायित्व है। यह स्थिति दर्शाती है कि संबंधित शिक्षकों को उनका संरक्षण प्राप्त है।

    अतः निर्देश दिया जाता है कि उपरोक्त के आलोक में संबंधित विद्यालय प्रधान स्वयं के साथ अपने विद्यालय के संबंधित शिक्षकों से अलग-अलग स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए अपने मत्वय के साथ समर्पित करना सुनिश्चित करेंगे। इधर विभाग कि कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।