सब्जी लेने घर से निकले थे शिक्षक, दिघरिया पहाड़ के समीप मिला शव; घर में मची चीख-पुकार
जमुई के चंद्रमंडी में शिक्षक नंदकिशोर दास का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। नंदकिशोर सब्जी लेने निकले थे लेकिन उनका शव दिघरिया पहाड़ के पास मिला। पुलिस जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। शिक्षक की मौत से पूरे इलाके में शोक का माहौल है।

संवाद सूत्र, चंद्रमंडी (जमुई)। चंद्रमंडी उत्क्रमित मध्य विद्यालय के शिक्षक नंदकिशोर दास (44) का शव जसीडीह थाना क्षेत्र के चकाई-देवघर मुख्य मार्ग पर दिघरिया पहाड़ के समीप से रविवार देर रात बरामद किया गया।
मृतक शिक्षक के चेहरे पर कई जगह चोट के निशान हैं और खून भी बह रहा है। स्वजनों ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए अज्ञात लोगों पर जसीडीह थाना में केस दर्ज कराया है।
मृतक के भाई चंद्रमंडी गांव निवासी राजबली दास ने बताया कि उनके भाई प्रत्येक दिन चंद्रमंडी विद्यालय में पढ़ाकर शाम में देवघर चले जाते थे। वे पूरे परिवार के साथ देवघर में ही रहते थे।
रविवार होने के कारण वह देवघर में ही थे। रविवार शाम को 6 बजे के करीब वह देवघर स्थित अपने आवास से सब्जी लेने जाने की बात कहकर निकले। इसके बाद वे टावर चौक पहुंचे। टावर चौक के बाद किसी अन्य व्यक्ति के साथ निकले।
इसके बाद से उनका कोई अता-पता नहीं चल पाया। उनका मोबाइल भी लगातार बंद बता रहा था। काफी खोजबीन की गई लेकिन कुछ पता नहीं चला। रविवार रात 10 बजे के करीब पुलिस ने उनका शव दिघरिया पहाड़ के समीप से सड़क किनारे से बरामद किया।
इसके बाद हमलोगों को सूचना दी गई। जिसके बाद हमलोग सदर अस्पताल देवघर पहुंचे। उनके चेहरे पर चोट के निशान हैं तथा चेहरे से खून भी निकल रहा था।
सोमवार शाम मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद चंद्रमंडी स्थित घर पर लाया गया । शव पहुंचते ही पूरे परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। पूरे परिवार के लोग रो रहे थे। कुशल व्यवहार के शिक्षक नंदकिशोर की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम का माहौल है।
मृतक की पत्नी कविता देवी एक सप्ताह पूर्व अपनी बेटी को परीक्षा दिलाने मध्य प्रदेश गई हुई हैं। उन्हें भी घटना की सूचना दी गई। पुत्र बिट्टू कुमार सहित पूरे परिवार के सदस्य बदहवास हैं।
मृतक का मोबाइल अब तक ऑफ बता रहा है। जसीडीह पुलिस पूरे घटना की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही शिक्षक की मौत के बारे में पता चलेगा।
नंदकिशोर दास की मौत से प्रखंड के शिक्षकों में शोक की लहर है। बड़ी संख्या में शिक्षक उनके आवास पहुंचकर अंतिम दर्शन किया। शिक्षकों ने नंदकिशोर दास की मौत मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
आखिर दिघरिया पहाड़ कैसे पहुंचे नंदकिशोर?
शिक्षक नंदकिशोर दास की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। मृतक के स्वजनों के अनुसार रविवार को नंदकिशोर अपने देवघर आवास से सब्जी खरीदने के लिए बाजार निकले थे।
लेकिन, उनका शव देवघर से लगभग 10 किलोमीटर दूर दिघरिया पहाड़ के समीप से बरामद हुआ है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर दिघरिया में नंदकिशोर कैसे पहुंच गए?
मृतक के भाई राजबली दास के मुताबिक नंदकिशोर जब देवघर टावर चौक पहुंचे तो वहां वे किसी अन्य व्यक्ति के साथ बाइक पर सवार हो लिए। उसी के बाद से वे लापता हैं।
ऐसे में संभावना है कि बाइक सवार कोई उनका विश्वासी व्यक्ति ही था। संभावना है कि कहीं बाइक सवार व्यक्ति द्वारा तो नंदकिशोर के साथ कोई अनहोनी नहीं की गई।
हालांकि, यह जांच का विषय है। पुलिस फिलहाल जांच कर रही है। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा। लेकिन, उनकी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

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