बंद के समर्थन में सड़क पर उतरा महागठबंधन, किया धरना-प्रदर्शन
बिहार बंद का जिले में मिला-जुला असर दिखा। बाजार खुले रहे वाहनों का परिचालन सामान्य रहा। बंद को लेकर अन्य दिनों की अपेक्षा यात्रियों की भीड़ कमतर दिखी। मुख्यालय स्थित कचहरी चौक पर महागठबंधन ने धरना प्रदर्शन किया। साथ ही आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा के रिजल्ट में संशोधन की मांग व ग्रुप-डी परीक्षा में रेलवे बोर्ड के नए नियम के खिलाफ आंदोलनरत अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज मुकदमा करने व अभ्यर्थियों के गिरफ्तारी के विरोध में जमकर नारे लगाए।

जागरण टीम, जमुई। बिहार बंद का जिले में मिला-जुला असर दिखा। बाजार खुले रहे, वाहनों का परिचालन सामान्य रहा। बंद को लेकर अन्य दिनों की अपेक्षा यात्रियों की भीड़ कमतर दिखी। मुख्यालय स्थित कचहरी चौक पर महागठबंधन ने धरना प्रदर्शन किया। साथ ही आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा के रिजल्ट में संशोधन की मांग व ग्रुप-डी परीक्षा में रेलवे बोर्ड के नए नियम के खिलाफ आंदोलनरत अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज, मुकदमा करने व अभ्यर्थियों के गिरफ्तारी के विरोध में जमकर नारे लगाए।
महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तरीके से रेलवे की नौकरियों को खत्म कर उसे प्राइवेट सेक्टर के जिम्मे किया जा रहा है। इसके कारण छात्रों को आंदोलन करना पड़ा है और पुलिस आंदोलनरत छात्रों की बेरहमी से पिटाई कर लाठीचार्ज कर रही है। वर्ष 2019 में रेल मंत्रालय द्वारा 35277 पदों के लिए हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा के पीटी का रिजल्ट दो साल बाद वर्ष 2022 में आया। पीटी के रिजल्ट में कुल पद के 20 गुना रिजल्ट जारी करने की बात थी। इस लिहाज से सात लाख रिजल्ट आना चाहिए था, लेकिन रेलवे द्वारा जानबूझकर त्रुटिपूर्ण रिजल्ट जारी किया गया। ग्रुप डी के लिए रेलवे द्वारा जारी पूर्व के नोटिफिकेशन में इस परीक्षा में केवल पीटी परीक्षा लेने की बात कही गई थी, लेकिन अब दो परीक्षा आयोजित करने की बात कही जा रही है। सरकार के इस फैसले के खिलाफ ग्रुप डी के भी अभ्यर्थी सड़क पर उतर आए हैं। इस मौके पर सरयुग यादव, त्रिवेणी यादव, रामदेव यादव, कार्तिक यादव, प्रभु यादव, चन्द्रिका यादव, बाबू साहब, गजाधर रजक, वासुदेव राय, युगल किशोर राम, गिरीश सिंह, सुधीर राम, दयानंद सिंह, मो.हैदर, जयराम तुरी समेत महागठबंधन के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
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झाझा : छात्रों के समर्थन में महागठबंधन का एक दिवसीय बिहार बंद के दौरान छात्र नेताओं के साथ महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने विरोध जुलूस निकाला। जुलूस ने कर्पूरी चौक के पास एनएच-333 को घंटों जाम कर रखा। इस दौरान केंद्र एवं नीतीश सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई। विरोध मार्च का नेतृत्व छात्र संघ के प्रखंड अध्यक्ष मनीष कुमार कर रहे थे। हालांकि बाजार के अधिकांश दुकानें खुली रही। झाझा स्टेशन पर आरपीएफ एवं रेल पुलिस के अलावा थानाध्यक्ष राजेश शरण बंदी को लेकर सतर्क दिखे। किसी नेता और छात्र को स्टेशन में प्रवेश नहीं करने दिया गया। महागठबंधन के नेताओं ने स्टेशन चौक से विरोध मार्च निकाला जो मछली पट्टी चौक, मुख्य बाजार, दुर्गा मंदिर, गांधी चौक, बस स्टैंड, खल्लासी मुहल्ला होते हुए कर्पूरी चौक पहुंची। यहां नेता एवं कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए। एक घंटे तक प्रर्दशन कर्मी सड़क पर जमे रहे। नतीजतन कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी। इस मौके पर राजद के पूर्व प्रत्याशी राजेंद्र यादव, जिला पार्षद धर्मदेव यादव, कांग्रेस के उदयशंकर झा, जाप के प्रदेश सचिव धनश्याम गुप्ता, राजद नेता राजकुमार यादव, योगेंद्र सिंह, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष एनुल हक, योगेंद्र रावत, वासपा नेता राजू यादव, कुमार गौरव, आनंद झा, नीतिश कुमार आदि कई छात्र एवं नेतागण उपस्थित थे। --
अलीगंज : अलीगंज-सिकंदरा मुख्य मार्ग पर अलीगंज अस्पताल के समीप महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही सड़क जाम कर दिया। इससे वाहनों की लंबी लाइन लग गई। महागठबंधन के कार्यकर्ता मुख्य मार्ग पर बैरियर और बेंच लगाकर जाम कर दिया और सभा में आयोजित की। इसका नेतृत्व भाकपा के अंचल सचिव सुनील सिंह ने किया। कार्यक्रम को अंचल सचिव, कांग्रेस के महासचिव राजेश पासवान, राजद के डा. सुपेंद्र यादव, राजद के वरिष्ठ नेता मु. शमीम आदि ने संबोधित किया। इस मौके पर राजद के प्रखंड अध्यक्ष विजय यादव, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष मकेश्वर यादव, बालेश्वर चौधरी, राम प्रसाद पंडित, बबलू सिंह, रंजीत सिंह, बालेश्वर यादव के अलावा महागठबंधन के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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झाझा स्टेशन पर रेल प्रशासन रही सतर्क झाझा: छात्रों के एक दिवसीय बंदी को लेकर रेल प्रशासन काफी सतर्क दिखा। रेल को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचे, उसके लिए पुलिस सुबह से ही प्लेटफार्म पर तैनात थी। बताया जाता है आरपीएफ एवं रेल पुलिस ने छात्र या महागठबंधन के नेताओं को प्लेटफार्म से दूर रखा। विरोध मार्च ओवर ब्रीज से वापस लौट गया। रेल थानाध्यक्ष अनिल कुमार एवं आरपीएफ इंस्पेक्टर भारत प्रसाद दल-बल के साथ प्लेटफार्म पर तैनात दिखे।
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