पैक्स की सदस्यता के लिए समर्थक होना जरूरी
जमुई। पैक्स चुनाव को लेकर सह और मात का खेल जारी है। पैक्सस की सदस्यता प्राप्त करने के लिए पैक्स अध्यक्ष का समर्थक होना सबसे बड़ा मानक बना है।
जमुई। पैक्स चुनाव को लेकर सह और मात का खेल जारी है। पैक्सस की सदस्यता प्राप्त करने के लिए पैक्स अध्यक्ष का समर्थक होना सबसे बड़ा मानक बना है। ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था को भी पैक्स अध्यक्षों ने धत्ता बता मनचाहे लोगों के आवेदन को स्वीकृत और अस्वीकृत की श्रेणी में सूचीबद्ध कर दिया।
ताजा मामला लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत मटिया पैक्स का है। वहां के उत्तम कुमार आर्य ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर शिकायत की है। उसने कहा है कि पैक्स सदस्य बनने के लिए 506 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। जिसमें अधिकांश को पैक्स अध्यक्ष द्वारा अस्वीकृत कर दिया गया। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि नियमानुसार पैक्स कार्यकारिणी के दो सदस्य की अनुशंसा के साथ आवेदन किया गया था। इस कार्य में प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी की भी भूमिका संदेह के दायरे में है। यहां यह बताना लाजिमी है कि पैक्स चुनाव में सहकारिता समिति के सदस्य ही मतदाता होते हैं। इस लिहाज से वोटर लिस्ट में विरोधियों का नाम दर्ज न हो, इसके लिए सदस्यता हासिल करने में अध्यक्षों द्वारा व्यवधान उत्पन्न किया जाता है। इधर, जिला सहकारिता पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह ने मामले में कार्रवाई की बात कही है, जबकि पैक्स अध्यक्ष मुकेश कुमार यादव ने आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि सदस्यता के लिए मानदंड पर खरा नहीं उतरने वाले आवेदकों के ही आवेदन को अस्वीकृत किया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।