झाझा (जमुई), संवाद सूत्र। जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र में साइबर अपराधी धीरे-धीरे पांव पसार रहे हैं। सर्किल नंबर एक और बूढ़ीखाड़ के कई युवा इस अपराध से जुड़े हैं। दिन के उजाले में ये अपराधी लोगों की गाढ़ी कमाई को मिनटों में उड़ा रहे हैं। मजदूरी करने वाला व्यक्ति करोड़पति बन गया है। यह दोनों गांव पहले भी साइबर अपराध के मामले को लेकर चर्चा में रहा है। दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, मुंबई सहित कई राज्यों की पुलिस यहां से कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब आलम यह है कि ये अपराधी एक-दूसरे को ही लूट रहे हैं।

ताजा मामला बूढ़ीखाड़ से सामने आया है। बूढ़ीखाड़ निवासी 18 वर्षीय युवक ने देवघर में रहकर साइबर अपराध की घटना को अंजाम दिया। अपने पिता की मिलीभगत से युवक ने एक खाताधारी के खाते से एक दिन में करोड़ो रुपए उड़ा लिया। रकम बहुत बड़ी थी, इसलिए उसने अपने पिता के अलावा एक रिश्तेदार को भी इसकी जानकारी दी।

27 जनवरी को युवक ने अपने रिश्तेदार के साथ ठगी की रकम में से 30 लाख रुपये निकाले और अपने एक साथी के साथ लोकल ट्रेन पर चढ़कर बिहार आने की योजना बनाई। इतने रुपये देखकर युवक के साथी का मन डोल गया। उसने दूसरे साइबर अपराधी को इसकी जानकारी दी और दोस्त से पैसे लूटने का प्लान बनाया। साथी की नीयत से अनजान युवक जसीडीह स्टेशन पर लोकल ट्रेन पर चढ़कर झाझा के लिए निकल गया।

जैसे ही ट्रेन तुलसीटाड़ हाल्ट के पास पहुंची, तभी तीन अपराधियों ने हथियार सटाकर युवक से रुपयों से भरा बैग छीन लिया। बैग में लैपटॉप भी था। हालांकि, युवक ने उक्त घटना में शामिल अपराधियों को पहचान लिया। तीनों उसके रिश्तेदार ही थे और क्रमश: सोनो एवं खैरा थाना इलाके के रहने वाला थे।

युवक ने रुपये लूट लिए जाने की जानकारी अपने पिता को दी और घटना में शामिल अपराधियों का नाम भी बताया। इसके बाद उसके पिता सोनो और खेरा थाना इलाके के रिश्तेदारों के पास पहुंचे और लूटे हुए रुपयों की मांग कर दी। इसके बाद विवाद बढ़ गया और पल भर में रिश्तेदार एक-दूसरे के दुश्मन हो गए। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि पुलिस को मामले की भनक लगने के डर से दोनों पक्षों ने आपस में समझौता कर लिया।

एक माह में तीन राज्यों की पुलिस पहुंची झाझा

केस स्टडी एक

14 जनवरी को साइबर अपराध मामले में गुजरात की पुलिस झाझा पहुंची। यहां एक महिला के खाता पर आए राशि की जांच की गई। गुजरात के जुलागढ़ जिला के मंथरा थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति से साइबर अपराधी ने कौन बनैगा करोड़पति में पांच लाख रूपये जीतने का झांसा देकर कई खातों पर पैसे मंगवाया था, जिसमें चांय गांव के सीताराम दास की पत्नी कुसमी देवी का खाता भी शामिल है।

केस स्टडी दो

29 जनवरी को साइबर अपराध के मामले में राजस्थान पुलिस झाझा पहुंची और दो अपराधी को गिरफ्तार कर साथ ले गई। परासी गांव के सुदामा दास एवं बलियाडीह गांव के नरेश दास को गिरफ्तार किया गया था।

केस स्टडी तीन

29 जनवरी को देवघर से अगवा हुए साइबर अपराध से जुड़े युवक शमशेर मामले में उसके साथी धर्मवीर यादव को देवघर पुलिस ने बलियाडीह से गिरफ्तार किया। धर्मवीर ने शमशेर के स्वजन से 12 लाख रुपये सिमुलतला के जंगल में पहुंचाने की बात कही थी। आरोपित के घर से अपहृत का मोबाइल एवं अन्य सामान बरामद किया गया। अपहरणकर्ता कोई और नहीं अपहृत शमशेर का साथी निकला, जो एक गिरोह तैयार कर साइबर अपराध की घटना को अंजाम देता था। पैसे के बंटवारे को लेकर घर्मवीर ने घटना को अंजाम दिया था।

Edited By: Aditi Choudhary