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    Bihar Teacher: शिक्षकों के फर्जीवाड़े से उड़ी विभाग की नींद, UP में बैठकर जमुई में लगा रहे हाजिरी; अपनाते थे ये तरीका

    Updated: Sat, 21 Dec 2024 09:49 AM (IST)

    शिक्षा विभाग (स्थापना) के डीपीओ पारस कुमार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ई-शिक्षा कोष पर शिक्षकों की उपास्थिति की रैंडम जांच करने के दौरान बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। शिक्षक फोन को फ्लाइट मोड में डालकर कहीं पर भी बैठकर अपनी उपास्थित दर्ज कर रहे हैं। इस मामले में 3 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। तीसरी बार ई-शिक्षा कोष पर फर्जी उपास्थिति का मामला सामने आया है।

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    शिक्षकों की उपास्थिति में फर्जीवाड़ा (सांकेतिक तस्वीर)

    आशीष सिंह चिंटू, जमुई। उत्तर प्रदेश समेत अन्य जगहों से ही जमुई में अवस्थित स्कूलों में गुरुजी हाजिरी बना रहे हैं। इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मामला पदाधिकारी के संज्ञान में भी है। शिक्षा विभाग के डीपीओ (स्थापना) पारस कुमार ने बताया कि उन्हें ऐसी जानकारी मिली है। मामले की जांच के साथ ऐसे शिक्षकों को पकड़ने की कवायद की जा रही है। पकड़े जाने पर निलंबन समेत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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    फोन को फ्लाइट मोड में डालकर भर रहे हाजिरी

    कुछ शिक्षकों ने भी नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मोबाइल को फ्लाइट मोड में रखकर हाजिरी बनाने पर कहीं से भी उपस्थिति दर्ज हो जाती है। स्कूल के पांच सौ मीटर के दायरे में रहने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

    सोनो समेत अन्य प्रखंडों में ऐसे शिक्षकों की संख्या काफी है। अगर विभाग विद्यालय का लोकेशन और दर्ज उपस्थिति का लोकेशन की पड़ताल करे तो और भी बड़ी तस्वीर सामने आएगी।

    इधर, शिक्षा विभाग जिले में लगातार ई-शिक्षा कोष पर उपस्थिति बनाने में धोखाधड़ी पकड़ रहा है। फोटो से फोटो खींच कर, दूसरे शिक्षक का फोटो, विद्यालय को फोटो डालकर हाजिरी बनाई गई है। शिक्षा विभाग की रैंडमली जांच में ऐसा मामला फिर उजागर हुआ है।

    विभाग ने मांगा स्पष्टीकरण

    ताजा मामला सोनो प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कर्माटांड से जुड़ा हुआ है। यहां के तीन शिक्षक-शिक्षकाओं से विभाग ने इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। इन शिक्षकों बबिता कुमारी, कृष्ण कन्हैया और मो मुख्तार आलम का नाम शामिल है।

    शिक्षा विभाग (स्थापना) के डीपीओ पारस कुमार ने बताया है कि विभाग ने ई-शिक्षा कोष पर शिक्षकों की उपस्थिति की रैंडम जांच की गई।

    इसमें कुल दस दिन की हाजिरी की जांच की गई, प्राथमिक विद्यालय कर्माटांड के तीनों शिक्षकों की जालसाजी व धोखाधड़ी सामने आई है। इन्होंने फोटो से फोटो या फिर दूसरे शिक्षक का फोटो या बिना फोटो की स्कूल में आगमन व प्रस्थान किया है।

    डीपीओ ने सात दिसंबर एवं नौ दिसंबर, 14 दिसंबर तथा 16 से 18 दिसंबर की तिथि विशेष के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है। साथ 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।

    ऐसे फर्जी हाजिरी भरते हैं शिक्षक

    • मोबाइल को फ्लाइट मोड में डालकर बनाई जा रही हाजिरी।
    • फ्लाइट मोड में स्कूल के दायरे रहने की नहीं पड़ती आवश्यकता।
    • फोटो से फोटो खींच बना रहे हाजरी।
    • विद्यालय का फोटो अपनी हाजिरी में कर रहे अपलोड।
    • विभाग ने तीसरी बार पकड़ा हाजिरी में फर्जीवाड़ा।

    यह बता दें कि इसके पहले भी चकाई प्रखंड के उमवि कोकहर विद्यालय के शिक्षक विष्णुदेव यादव, पंकज कुमार, प्रियंका भारती तथा प्रणव प्रिंस द्वारा एक ही फोटो या फिर फोटो से फोटो खींच कर ई-शिक्षा कोष पर हाजरी की धोखाधड़ी विभाग ने पकड़ी थी। यह खुलासा भी पांच दिसंबर से 12 दिसंबर तक रैंडम जांच में हुआ था। इसके बाद बरहट प्रखंड के चोरमारा में भी ऐसा ही मामला पकड़ में आया था।

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