Bihar Online Fraud: जमुई बना साइबर ठगों का नया ठिकाना, कई राज्यों में फैला ठगी का जाल; चुप्पी साधे बैठे राजनीतिक दल
19 अप्रैल को जमुई लोकसभा सीट पर प्रथम चरण के चुनाव की तारीख तय है और यहां प्रचार-प्रसार अंतिम चरण में है लेकिन यहां साइबर अपराधी मकड़ी की जाल की तरह लोगों को छुटकारा दिलाने की बात पर विभिन्न राजनीतिक दल चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। किसी दल के नेता ने अब तक इस मुद्दे पर जनता के बीच अपनी बात को नहीं रखा है।
जागरण संवाददाता, जमुई। जमुई लोकसभा सीट पर प्रथम चरण में आगामी 19 अप्रैल को चुनाव की तिथि निर्धारित है। प्रचार-प्रसार अंतिम चरण में है, लेकिन इलाके में मकड़ी की जाल की तरह फैले साइबर अपराध से लोगों को छुटकारा दिलाने की बात पर विभिन्न राजनीतिक दल चुप्पी साधे बैठे है।
अब तक किसी दल के नेता ने इस मुद्दे पर जनता के बीच अपनी बात को नहीं रखा है। यहां तो पड़ोसी राज्य झारखंड के जामताड़ा की तरह जमुई में साइबर ठगों का संजाल फैला है। यूं कहें कि जमुई का इलाका साइबर शातिरों का नया ठिकाना बन चुका है।
कई राज्यों के लोगों को बना चुके हैं शिकार
ये शातिर उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के लोगों को झांसे में लेकर उनसे ठगी कर रहे हैं। इस काले काम में मुख्य रूप से फोन का सहारा लिया जा रहा है।
कई गांवों के युवा साइबर अपराध से जुड़े हैं। हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली, मुंबई सहित अन्य राज्यों की पुलिस यहां दस्तक दे चुकी है। कई शातिर पकड़े भी गए हैं। इसके बावजूद ठगों के काले कारनामे बढ़ते ही जा रहे हैं।
इन जगहों पर सक्रिय है गिरोह
जिले के खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत झुंडो, चकाई का बाराडीह तथा सिकंदरा का गोखुला एवं लक्ष्मीपुर के मंगरार गांव में गिरोह अपना पांव पसारे हुए है। चकाई के बाराडीह में तो बकायदा युवकों को साइबर अपराध की ट्रेनिंग देने की बात पुलिस जांच में सामने आ चुकी है।
पाकिस्तान कनेक्शन आ चुका है सामने
लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मंगरार गांव के युवकों का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आ चुका है। एक दशक पहले भी उक्त गांव से कुछ युवकों को साइबर अपराध से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त भी गिरफ्तार युवकों का कनेक्शन पाकिस्तान से जुड़ा था।
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