Bihar News: जीविका दीदियों की बल्ले-बल्ले, पैसों की परेशानी होगी दूर; नीतीश सरकार ने किया ये बड़ा एलान
जीविका दीदी अब नई उड़ान भरेंगी क्योंकि उनके लिए जीविका निधि नाम का एक बैंक स्थापित किया जा रहा है। बिहार सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है और इसका संचालन जीविका संस्था की महिलाएं ही करेंगी। यह बैंक महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ उन्हें ऋण और बचत जैसी सुविधाएं प्रदान करेगा जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो सकें।

विधु शेखर, सिकंदरा (जमुई)। अब जीविका की महिलाएं सपनों की साइकिल पर चढ़कर नई उड़ान भरेंगी। दरअसल, उन्हें सशक्त बनाने के लिए उनका अब जीविका निधि नाम का खुद का बैंक स्थापित होगा। बिहार सरकार की ओर से इसे गजट में भी पारित कर दिया गया है।
इस बैंक का संचालन जीविका संस्था की महिला सदस्यों द्वारा किया जाएगा, जिससे न सिर्फ महिला सशक्तिकरण को बल मिलेगा बल्कि आर्थिक क्रांति की दिशा में एक नया कदम स्थापित होगा।
बताया जाता है कि यह बैंक ग्रामीण क्षेत्रों में बचत, ऋण, बीमा जैसी वित्तीय सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाएगी। इससे महिलाओं को ऋण प्राप्त करने में सुविधा होगी और माइक्रो फाइनेंस संस्थानों, साहूकारों या अन्य माध्यमों से लिए जाने वाले कर्ज पर उनकी निर्भरता काफी कम होगी।
इस बैंक में जीविका सदस्यों की व्यावसायिक जरूरतों के अनुरूप ऋण उत्पाद तैयार किए जाएंगे। जिससे बड़ी राशि के ऋण की मांग समय पर पूरी हो सकेगी। साथ ही सामुदायिक निधि से जुड़े जोखिमों को भी कम किया जाएगा।
कैसे होगा जीविका निधि बैंक का संचालन
‘जीविका निधि’ बैंक का संचालन बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड के तहत होगा। जिसका पंजीकरण बिहार सहकारी सोसाइटी अधिनियम 1935 के अंतर्गत किया जाएगा। इस बैंक के माध्यम से जीविका से जुड़ी महिलाओं को किफायती ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा।
इससे वे अपने छोटे-मोटे व्यवसायों को और सशक्त कर सकेंगी। वहीं, स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर पूंजीगत ऋण प्रदान किया जाएगा। भविष्य में आवश्यकता के अनुसार प्रबंधन समिति द्वारा ब्याज दर तय की जाएगी।
बैंक का संचालन आम निकाय, प्रतिनिधि आम निकाय, प्रबंधन समिति और पदाधिकारी मिलकर करेंगे। वहीं, बिहार स्टेट जीविका निधि क्रेडिट सहकारिता यूनियन लिमिटेड के सुचारु संचालन के लिए प्रत्येक क्लस्टर स्तर की समिति को 10 लाख रूपये दीर्घकालिक जमा के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे।
साथ ही जीविका निधि स्तर पर पूर्व निर्धारित ब्याज दर पर प्रतिवर्ष ब्याज देने का प्राविधान निर्धारित किया गया है। इसके अतिरिक्त,राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) द्वारा 110 करोड़ रूपये की राशि प्रदान की जाएगी।
राज्य सरकार जीविका निधि द्वारा बैंकों, नाबार्ड, एलआईसी, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम,भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक आदि से लिए गए ऋण के लिए गारंटर भी बनेगी।
जीविका निधि बैंक खुल जाने से महिलाओं के हुनर में चार चांद लग जाएगा। वहीं महिलाएं सशक्त होने के साथ आर्थिक सबलता की नई इबारत लिखने में कामयाब होंगी।
धर्मेंद्र कुमार, बीपीएम, जीविका, सिकंदरा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (1)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।