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    Bihar First Bird Museum: 12 एकड़ में तैयार होगा बिहार का पहला बर्ड म्यूजियम, 1.50 करोड़ आएगी लागत

    Updated: Tue, 25 Jun 2024 05:47 PM (IST)

    बिहार के जमुई में जल्द ही विश्व स्तरीय बर्ड म्यूजियम बनाया जाएगा। बर्ड म्यूजियम को 12 एकड़ में तैयार किया जाएगा। अनुमान है कि बर्ड म्यूजियम को बनाने में 1.50 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस बर्ड म्यूजियम में 1300 प्रजातियों के पक्षियों से संबंधित विस्तृत जानकारी लोगों को दी जाएगी। बर्ड म्यूजियम के लिए जमीन का भी चयन कर लिया गया है।

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    बिहार के जमुई जिले में बनाया जाएगा विश्व स्तरीय बर्ड म्यूजियम (फोटो- जागरण)

    संवाद सहयोगी, जमुई। Bihar First Bird Museum सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जमुई में जल्द ही बिहार का पहला बर्ड म्यूजियम बनकर तैयार हो जाएगा। बिहार का पहला और दूसरा राजकीय पक्षी महोत्सव भी यहीं हुआ था। फिलहाल, म्यूजियम पटना की टीम ने सर्वे पूर्ण कर लिया है।

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    टीम द्वारा निर्माण के लिए स्थल का भी चयन कर लिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा जमीन वन विभाग को हस्तांतरित होते ही प्रस्ताव अग्रसारित कर दिया जाएगा। सबकुछ अपनी गति से चलता रहा तो दो-तीन वर्षों में यह म्यूजियम बनकर तैयार हो जाएगा।

    बर्ड म्यूजियम को बनाने में कितना खर्च आएगा?

    बता दें कि म्यूजियम पर फिलहाल 1.50 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। विश्व स्तरीय म्यूजियम में 1300 प्रजातियों के पक्षियों से संबंधित विस्तृत जानकारी लोगों को दी जाएगी। इसमें पक्षियों के रहन-सहन से लेकर उनके प्रजनन तथा बोलने के तौर-तरीकों के बारे में भी लोगों को बताया जाएगा।

    इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण में पक्षियों की भूमिका को भी रेखांकित किया जाएगा। यह स्थल नागी पक्षी आश्रयणी के समीप होगा। उक्त आश्रयणी को अभी हाल ही में रामसर साइट में शामिल किया गया है।

    पर्यटन के लिए मील का पत्थर साबित होगा बर्ड म्यूजियम

    नागी पक्षी आश्रयणी का विश्व स्तरीय विकास और फिर विश्व स्तरीय बर्ड म्यूजियम जमुई के साथ ही बिहार के लिए खास होगा। ऐसे में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का यह कदम पर्यटकों को आकर्षित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

    बर्ड म्यूजियम के लिए प्रस्तावित स्थल के समीप ही मौजूद नागी और नकटी पक्षी आश्रयणी विदेशी पक्षियों के लिए पसंदीदा बसेरा बना हुआ है। यहां जाड़े के दिनों में कई प्रजातियों के पक्षियों का कलरव सुनने को मिलता है।

    म्यूजियम के कंसल्टेंट ने बर्ड म्यूजियम के लिए सर्वे पूर्ण कर लिया है। जिला प्रशासन से जमीन प्राप्त होते ही मुख्यालय को प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। इससे पर्यटन के क्षेत्र में जमुई को नई उपलब्धि प्राप्त होगी। - तेजस जायसवाल, वन प्रमंडल पदाधिकारी, जमुई

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