2025 में 225 सीटों के साथ फिर से बनेगी सरकार, नामांकन से पहले नीतीश सरकार के मंत्री का बड़ा दावा
बिहार सरकार के एक मंत्री ने दावा किया है कि उनकी पार्टी 2025 के विधानसभा चुनावों में 225 सीटों के साथ फिर से सरकार बनाएगी। उन्होंने यह दावा नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले किया। मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में विकास के कई काम किए हैं। विपक्षी दलों ने मंत्री के इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि नीतीश सरकार विफल रही है।

चकाई विधायक सुमित कुमार सिंह
संवाद सहयोगी,जमुई। बिहार सरकार में मंत्री और चकाई विधायक सुमित कुमार सिंह को पहली दफा जदयू का सिंबल मिला है। सिंबल मिलने के बाद जमुई पहुंचे मंत्री का कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
मीडिया से बातचीत में सुमित सिंह ने कहा मैं बिहार और जमुई जिले की चकाई की जनता को प्रणाम करता हूं। मैं सबसे युवा नेता हूं। 2020 के चुनाव में जब मैंने निर्दलीय जीत हासिल की थी, तब मेरे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मुझ पर भरोसा था। तीन-तीन मंत्रिमंडल में चकाई का बेटा शामिल रहा है। यह हमारे नेता के विश्वास का प्रतीक है।
18 अक्टूबर को नामांकन
मंत्री सुमित सिंह ने कहा कि हम 18 अक्टूबर को नामांकन करने जा रहे हैं। इसमें जमुई व चकाई की जनता को आमंत्रित करता हूं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार जीत प्रचंड होगी और कहा कि हम लोग मजबूती से जीत रहे हैं। हमारी सरकार बिहार में बन रही है। 2025 में फिर से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे और 225 सीटें जीतेंगे।
सुमित सिंह ने कहा कि अब तक वे निर्दलीय चुनाव लड़ते रहे हैं, पहली बार पार्टी का सिंबल मिला है। यह अनुभव क्या है, इसे शब्दों में नहीं बताया जा सकता। 14 नवंबर के बाद जनता खुद देखेगी।
अध्यक्ष का फोन आया कि आप चुनाव की तैयारी करें
एक सवाल के जवाब में कहा कि सात्विक इंसान हूं, पूजा-पाठ करता ही रहता हूं। पूजा के दौरान ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष का फोन आया कि आप चुनाव की तैयारी करें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे नेता 44 डिग्री तापमान से लेकर 4 डिग्री तक क्षेत्र का भ्रमण करते हैं। वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। सिंबल देने के समय उन्होंने कहा कि जीत प्रचंड होनी चाहिए।
मेरे पिता का कोई दल नहीं था
राजनीतिक विरासत के सवाल पर सुमित सिंह ने कहा कि अगर विरासत ही सब कुछ होती तो राहुल गांधी अब तक प्रधानमंत्री बन चुके होते। मेरे पिता का कोई दल नहीं था, मैं चांदी का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ।
जिसके पास विरासत होती, वह तीन-तीन बार निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ता। विरासत नहीं मिली, पहचान मिली है और वह पहचान मैंने खुद बनाई है। अपने पिता स्व. नरेंद्र सिंह को याद करते हुए भावुक सुमित सिंह ने कहा कि मेरा नाम उन्हीं की वजह से है। मैं कोई सुपरस्टार का बेटा नहीं रहा। मैं नरेंद्र सिंह का बेटा और श्रीकृष्ण बाबू का पौत्र हूं, यही मेरी पहचान है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।