जमुई में एल्बेंडाजोल टेबलेट खाने से 15 बच्चे हुए बीमार, सभी एक ही विद्यालय के
बिहार के जमुई जिले में एल्बेंडाजोल टेबलेट खाने से 15 बच्चे बीमार हो गए। मामला एक ही जगह चकाई शैक्षणिक अंचल के परांची पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय ठाकुरशेर का है। जानकारी मिली है कि प्रधानाध्यापक अंग्रेज दास ने 36 बच्चों को टेबलेट दी थी।
संवाद सूत्र, चंद्रमंडी (जमुई): चकाई शैक्षणिक अंचल के परांची पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय ठाकुरशेर के 15 बच्चों की तबीयत एल्बेंडाजोल खाने के बाद शुक्रवार की दोपहर बाद बिगड़ गई। बच्चों के अभिभावक ठाकुरसैर निवासी पवन कुमार ने बताया कि शुक्रवार को विद्यालय में प्रधानाध्यापक अंग्रेज दास द्वारा विद्यालय के 36 बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई गई थी। दवा खिलाने के बाद छात्रा निवास कुमार, अजय कुमार, दिवाकर कुमार ,सुजीत कुमार ,संजना कुमारी, सुभाष कुमार ,कुंदन कुमार ,रोहित कुमार एवं आदित्य कुमार की तबीयत बिगड़ गई। उल्टी होने लगी। दो तीन बार उल्टी होने पर अभिभावक परेशान हो गए।
मामले की सूचना स्थानीय आशा कार्यकर्ता को दी। इसके बाद आशा कार्यकर्ता द्वारा मामले की सूचना चकाई अस्पताल के प्रभारी को दी गई । प्रभारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांव में एंबुलेंस भेजा। इसके बाद सभी 15 बच्चों को चकाई रेफरल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। वहां मौके पर मौजूद चिकित्सक डा एसएस दास द्वारा सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है । डा. एसएस दास ने बताया कि दो बच्चों को स्लाइन किया जा रहा है। बाकी बच्चों को दवा और सुई लगाई गई है। सभी बच्चों की स्थिति फिलहाल ठीक-ठाक है। बच्चों के अभिभावक उमा कुमार ने बताया कि विद्यालय में खानपान के दौरान साफ सफाई का ख्याल नहीं रखा जाता है। भोजन भी घटिया तरीके से दिया जाता है। बताया कि शुक्रवार को दवा खिलाने के बाद तुरंत अंडा खिलाया गया था।
प्रैक्टिसनर चाचा की सुई से बिगड़ी बच्ची की तबीयत
संवाद सहयोगी, जमुई: गिद्धौर थाना क्षेत्र के कुड़ीला गांव में शुक्रवार की सुबह ग्रामीण चिकित्सक द्वारा एक बच्ची को सुई देने के बाद बच्ची की तबियत बिगड़ गई। जिसे स्वजन के द्वारा आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां डा. धीरेन्द्र प्रसाद सिंह के द्वारा बच्ची का इलाज किया गया। फिलहाल बच्ची की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। बताया जाता है कि पंकज यादव के आठ वर्षीय पुत्री परी कुमारी का पैर किसी नुकीली चीज से कट गया था। जिसको लेकर ग्रामीण चिकित्सक के पास टेटनेस का सुई लगवाने गये थे, लेकिन सुई देने के दौरान ही बच्ची की तबियत बिगड़ गई और वह मूर्छित होकर गिर पड़ी और मुंह से झाग भी निकलने लगा था। फिलहाल सदर अस्पताल में इलाजरत बच्ची की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
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