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    जल संरक्षण और बेहतर पैदावार के लिए सरकार की पहल, ड्रिप सिंचाई संयंत्र लगाने पर किसानों को 80% अनुदान

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 03:42 PM (IST)

    जहानाबाद में पानी की बचत के लिए सरकार ड्रिप सिंचाई को बढ़ावा दे रही है। किसानों को संयंत्र लगाने पर 80% तक अनुदान दिया जा रहा है। उद्यान विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है जिले में 330 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य है। ड्रिप सिंचाई पानी की बचत के साथ-साथ बेहतर उपज में भी सहायक है क्योंकि यह सीधे पौधों की जड़ों तक पानी पहुंचाता है।

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    ड्रिप सिंचाई संयंत्र लगाने पर किसानों को 80 प्रतिशत अनुदान, 160 किसान लाभान्वित

    जागरण संवाददाता, जहानाबाद। हर स्तर पर पानी बचाने की मुहिम संचालित की गई है। सबसे ज्यादा पानी की बर्बादी खेतों की सिंचाई के दौरान हो रही है। परंपरागत सिंचाई पद्धति से लगातार हो रही पानी की बर्बादी को रोकने के उद्देश्य से सरकार द्वारा ड्रिप सिंचाई संयंत्र स्थापित करने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है।

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    संयंत्र स्थापित करने के लिए किसानों को 80 प्रतिशत तक का अनुदान विभाग द्वारा दिया जाता है। आमतौर पर एक ड्रिप संयंत्र लगाने में 60 हजार रुपए खर्च होते हैं। हालांकि इसकी गुणवत्ता के आधार पर कीमत में वृद्धि भी होती है।

    लेकिन प्रत्येक संयंत्र पर सरकार द्वारा अनुदान की एक समान व्यवस्था की गई है। किसानों को इस परियोजना से जोड़ने के लिए उद्यान विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। जिले में इस संयंत्र के तहत 330 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

    लेकिन वर्तमान समय में मात्र 10 हेक्टेयर भूमि इस परियोजना से सिंचित हो रही है। जिले में फिलहाल 160 किसान इस सिंचाई संयंत्र का उपयोग कर रहे हैं। इससे किसानों को जोड़ने के लिए कई स्तर पर कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक किसान इस संयंत्र का उपयोग कर जल संरक्षण की दिशा में अपना योगदान दे सकें।

    ड्रिप सिंचाई संयंत्र से पौधों के जड़ों तक जाता है पानी

    ड्रिप सिंचाई संयंत्र पानी के बचाव के साथ-साथ बेहतर पैदावार में भी सहायक साबित होता है। इस संयंत्र से पौधों के जड़ों के पास पानी जाता है जो सीधे नीचे तक पहुंच जाता है। जिसके कारण पौधों का विकास परंपरागत सिंचाई से कहीं अधिक होता है।

    परंपरागत सिंचाई में पूरे खेत में पानी एक समान रूप से फैल जाते हैं, जबकि पानी की जरूरत पौधों के जड़ों को हीं होता है। ड्रिप सिंचाई संयंत्र एक-एक पौधों के जड़ों को समान रूप से सिंचित करता है।जिसके कारण सभी का विकास एक समान होता है।

    ड्रिप सिंचाई संयंत्र लगाने के लिए हम लोग लगातार किसानों को प्रेरित कर रहे हैं। जहानाबाद जैसे इलाके में जहां आमतौर पर सिंचाई के लिए पानी की कमी की समस्या का सामना करना पड़ता है। यहां इस तरह के संयंत्र काफी जरूरी है। इससे पानी की कम खपत के साथ-साथ पौधों का विकास भी परंपरागत सिंचाई व्यवस्था से कहीं अधिक होता है।- रुपेश अग्रवाल, जिला उद्यान पदाधिकारी