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    NH-139 मिलेगी जाम से मुक्ति, 100 की लागत से बनेगा सोन सुरक्षा तटबंध पर सड़क, मापी का काम शुरू

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 03:44 PM (IST)

    अरवल में पटना-औरंगाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग 139 पर सोन सुरक्षा तटबंध के किनारे 10 किलोमीटर लंबी नई सड़क बनेगी। 100 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क से अरवल शहर और आसपास के इलाकों में लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। जल संसाधन विभाग द्वारा जमीन की मापी का काम शुरू हो गया है।

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    सोन सुरक्षा तटबंध पर सड़क निर्माण के लिए मापी शुरू, तोड़े जाएंगे दर्जनों मकान

    जागरण संवाददाता, अरवल। पटना-औरंगाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग 139 पर वाहनों के ज्यादा दबाव के कारण मुख्य सोन कैनाल पुल के बाएं ओर सोन सुरक्षा तटबंध पर 7 मीटर चौड़ी और 10 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कोरियम तक किया जाना है। 100 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण जल संसाधन विभाग कराएगी।

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    इसके लिए अमीन द्वारा जमीन की मापी और सीमांकन का कार्य शुरू कर दिया गया है। सड़क बन जाने के बाद प्रसादी इंग्लिश, अरवल शहर और बैदराबाद में लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिल जाएगी।

    पटना जाने के लिए एकमात्र सहारा

    इस सड़क से जिले सहित भोजपुर, औरंगाबाद और पटना जिले के लगभग 33 लाख लोगों को आने जाने में सुविधा होगी। इस सड़क पर मुख्य सोन कैनाल पर पुल, दोनों तरफ क्रैश बैरियर,आई सोलर रोड स्टड लगाए जाएंगे ।

    सोन नदी के सुरक्षा तटबंध को भी मजबूती मिलेगी। औरंगाबाद और आरा जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को दुर्घटना या अन्य तरह के गंभीर मरीज को पटना रेफर किया जाता है पटना जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 139 ही एकमात्र सहारा है।

    जाम लगने के कारण 65 किलोमीटर दूर पटना पहुंचने में 3 घंटे से अधिक समय लग जाते हैं। जिससे गंभीर मरीजों के जान के लाले पड़े जाते हैं।

    टूटेंगे अवैध रूप से बने दर्जनों मकान

    सड़क बनाने के लिए सीमांकन का कार्य हो रहा है इसकी जद में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक 10 किलोमीटर में दर्जनों मकान आएंगे जो जल संसाधन विभाग के जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाए गए हैं। उसे तोड़कर हटाया जाएगा इसके साथ आसपास के आबादी वाले गांव को इस सड़क से जोड़ा जाएगा ।

    क्या कहते हैं पदाधिकारी

    जल संसाधन विभाग के एसडीओ अजय कुमार ने बताया कि जमीन मापी और सीमांकन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। 10 किलोमीटर में कहीं भी निजी जमीन नहीं है। अवैध निर्माण करने वाले अतिक्रमणकारियों को पहले नोटिस के माध्यम से सूचना दी जाएगी। उसके बाद प्रशासन की सहायता से अवैध निर्माण हटाया जाएगा। इस सड़क का निर्माण कार्य फरवरी 2027 तक पूरा करना है।