जहानाबाद में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 61 लोगों को मिला लाभ, 50000 रुपये की पहली किस्त जारी
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत जहानाबाद में 61 युवाओं को लाभ मिला है। योजना के तहत चयनित लाभुकों को रोजगार के लिए तीन किस्तों में दो लाख रुपये दिए जा ...और पढ़ें

जहानाबाद में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 61 लोगों को मिला लाभ, 50000 रुपये की पहली किस्त जारी
जागरण संवाददाता, अरवल। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत मेहनती युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वे अपने स्वयं के व्यवसाय की शुरुआत कर पाएं। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग का युवाओं के लिए है।
योजना के तहत 2024-25 में जिले के 61 लाभुकों का चयन किया गया है और उन्हें पहली किस्त का भुगतान कर दिया गया है। इस योजना के तहत इन्हें रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर तीन किस्तों में दो लाख रुपए दिए जाएंगे।
चयनित लाभुकों को योजना के अनुसार उनके रोजगार से संबंधित उपकरण, मशीन व अन्य सामान की खरीदारी के लिए पहली किस्त के रूप में 50 हजार रुपए उपलब्ध करवा दिए गए हैं। इसके बाद चयनित लाभुकों को इस महीने के अंत तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण पूरा होने के रॉ-मेटेरियल व अन्य सामान की खरीदारी के लिए दूसरी किस्त के रूप में एक लाख रुपए दिए जाएंगे। सभी कार्य पूर्ण होने के बाद अंतिम किस्त के रूप में 50 हजार रुपए और दिए जाएंगे। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के उद्योग विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
आवेदन मिलने के बाद अनुश्रवण समिति इसकी जांच करेगी, सही पाए जाने वाले आवेदकों का अंतिम चयन कंप्यूटरीकृत रैंडमाइजेशन के माध्यम किया जाता है। इसके बाद चयनित लाभुकों के खाते में संबंधित रोजगार लगाने के लिए पहली किश्त जारी की जाती है। इससे पूर्व 2023- 24 में 44 लाभुकों को योजना का लाभ दिया गया था।
विभिन्न तरह के उद्योग लगा सकते हैं लाभुक
मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना के तहत 62 प्रकार के उद्योग लगाने के लिए आवेदन मांगे गए थे। इनमें खाद्य प्रसंस्करण के आटा, सत्तू, बेसन उत्पादन, नमकीन, जैम, जैली, सॉस, नूडल्स, पापड़, अचार, मोरब्बा बनाने के उद्योग शामिल हैं। फर्नीचर उद्योग से संबंधित बढ़ईगिरी, बांस का समान, नाव, बेंत का फर्नीचर निर्माण, निर्माण उद्योग से संबंधित सीमेंट का जाली, दरवाजा, खिड़की, प्लास्टर ऑफ पेरिस का सामान, दैनिक सामग्री जैसे डिटर्जेंट पाउडर, बिंदी, मेंहदी, मोमबती, कृषि यंत्र, गेट ग्रिल, मधुमक्खी का बक्शा, आभूषण निर्माण, स्टील बॉक्स, लोहार, बिजली पंखा, स्टेबलाइजर आदि शामिल हैं। सेवा उद्योग के लिए सैलून, ब्यूटीपार्लर, ढाबा, रेडिमेड वस्त्र, चमड़े के जूता चप्पल, चूड़ी व मिट्टी के बर्तन उद्योग लगाने के लिए आवेदन मांगे गए थे।
मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना के तहत 61 लोगों का चयन कर लिया गया है। सभी प्रक्रिया पूरी कर योजना की पहली किस्त भी जारी कर दी गई है। दूसरी किस्त अभी तक किसी को नहीं दिया गया है। कार्यों से संबंधित उपकरणों की खरीदारी व प्रशिक्षण के बाद दूसरी किस्त भी इन्हें दी जाएगी। - सहदेव दास, महानिदेशक, जिला उद्योग केंद्र

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