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    दस दिनों से लापता मेडिकल कर्मी की हत्या, शव को नोच खाए जानवर

    By Dhiraj SinghEdited By: Nishant Bharti
    Updated: Sun, 19 Oct 2025 03:12 PM (IST)

    जहानाबाद के घोसी में, दस दिनों से लापता संतोष कुमार की हत्या कर दी गई। उनका शव गाँव के बाहर धान के खेत में मिला, जिसे जानवरों ने खा लिया था। मृतक अरिस्टो फार्मा कंपनी में काम करता था। ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। पत्नी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    मेडिकल कर्मी की हत्या

    संवाद सहयोगी, घोसी(जहानाबाद)। पिछले दस दिनों से लापता ओकरी थाना क्षेत्र के टड़वा मठ निवासी 25 वर्षीय संतोष कुमार उर्फ राजकुमार यादव की हत्या कर दी गई। रविवार की सुबह गांव के बधार में धान की फसल से शव बरामद किया गया, जिसे जंगली जानवरों ने नोच खाया था। युवक की पहचान पहने हुए वस्त्र एवं बेल्ट से की गई। 

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    संतोष देश की नामचीन दवा कंपनी अरिस्टो फार्मा में अनुबंध पर काम करते थे। पटना स्थित कार्यालय में चतुथ वर्गीय कर्मी थे। उनकी हत्या की सूचना मिलते ही गांव के लोग आक्रोशित हो गए और चंधरिया गांव के समीप ओकरी -मसौढ़ी व घोसी-धनरूआ मुख्य पथ पर यातायात बाधित कर दिया। 

    पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज 

    उग्र ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हत्यारोपित की गिरफ्तारी व पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। आक्रोश इसलिए था कि 11 अक्टूबर को युवक की पत्नी ललीता देवी ने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, परंतु पुलिस मौन रही। 

    युवक की सकुशल बरामदगी के लिए दो दिन पहले शुक्रवार को ग्रामीणों ने सड़क भी जाम किया था, टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया था, बावजूद पुलिस लापरवाह बनी रही। घटना की सूचना पर पुलिस जैसे ही पहुंची लोगों ने खदेड़ दिया। 

    सुबह नौ बजे से सड़क जाम रहने से ओकरी से मसौढ़ी और धनरूआ से नालंदा व घोसी आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई।

    बाइक से पटना गए थे

    पत्नी ललीता देवी के अनुसार रोज की तरह पति संतोष कुमार नौ अक्टूबर की सुबह आठ बजे अरिस्टो दवा कंपनी में ड्यूटी के लिए बाइक से पटना गए थे। ड्यूटी खत्म होने पर रात्रि में पटना से घर के लिए निकले थे, देर रात्रि दो बजे तक उनसे बातचीत हुई थी, घर पहुंचने में विलंब होने पर कुछ समय बाद दोबारा कॉल करने पर मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा। 

    काफी खोजबीन के बाद पता नहीं चलने पर 11 अक्टूबर को थाने में आवेदन देकर पति की सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई। परंतु पुलिस ने बरामदगी के लिए कोई प्रयास नहीं किया। पुलिस जांच करती रही और उधर पति का शव बरामद हुआ। 

    आशंका है कि नौ अक्टूबर को ही अपराधियों ने पति की निर्मम तरीके से हत्या कर शव को गांव के बधार में फेंक दिया, जहां जंगली पशुओं ने शव को नोच खाया। बधार से दुर्गंध आने पर जब ग्रामीण वहां गए तो क्षत-विक्षत शव देखा गया। 

    घाेसी एसडीपीओ संजीव कुमार ने बताया कि हत्या के कारणों की जांच चल रही है। आवेदन के आधार केस दर्ज करा मामले का अनुसंधान किया जाएगा। ओकरी थानाध्यक्ष ने बताया कि 

    संतोष के परिवार वालों के अनुसार जैसे-जैसे बताया जा रहा था, वैसे-वैसे अनुसंधान किया जा रहा था। नौ अक्टूबर की रात चंधरिया पुल के समीप लगे एक निजी सीसी कैमरे को भी खंगाला गया, जिसमें युवक को देखा गया था, 13 अक्टूबर को डॉग स्क्वाड को बुलाकर जांच कराई गई, किंतु कोई सुराग नहीं मिल पाया था। विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस की घटना की जांच कर रही है।