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    8 महीने सीएम नीतीश कुमार रखी थी आधारशिला, नए प्रखंड कार्यालय के निर्माण में देरी से बढ़ी निराशा

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 03:31 PM (IST)

    जहानाबाद के काको, घोसी और मखदुमपुर में प्रखंड कार्यालय जर्जर हैं। 1960-70 के दशक में बने इन भवनों की हालत खराब है, जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार ने नए भवनों की आधारशिला रखी थी, लेकिन 8 महीने बाद भी निर्माण शुरू नहीं हुआ है। आधुनिक सुविधाओं वाले नए भवन बनने से लोगों को बेहतर सुविधा मिलने की उम्मीद थी, पर देरी से निराशा है।

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    जागरण संवाददाता, जहानाबाद। जिले के काको, घोसी और मखदुमपुर में प्रखंड सह अंचल कार्यालय का भवन जर्जर स्थिति में है। प्रखंड में विकास की योजनाएं जिस भवन से संचालित होती है उसका प्लास्टर टूटकर नीचे गिर रहा है। अधिकारियों से लेकर कर्मियों तक भवन की इस बदहाल स्थिति से परेशान हैं। 

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    दरअसल इन भवनों का निर्माण 1960 तथा 70 के दशक में किया गया था। लेकिन अब इसकी स्थिति इस कदर जर्जर हो चुकी है कि यहां कार्यालय का संचालन सही तरीके से नहीं हो रहा है। कई जगहों पर छत से पानी कमरे में टपकता है, जिससे आवश्यक कागजात को बरसात के दिनों में बचाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। 

    सीएम नीतीश ने रखी थी आधारशिला

    14 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहानाबाद परिवर्तन यात्रा के तहत आए थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिले के इन तीनों पुराने जर्जर भवन के स्थान पर नए बिल्डिंग निर्माण को लेकर आधारशिला रखी थी। 

    विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार भवन निर्माण विभाग द्वारा जल्द ही कार्य प्रारंभ करना था। लेकिन लगभग आठ महीने बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका। एक स्थान पर प्रखंड सह अंचल कार्यालय के निर्माण में लगभग 30 करोड रुपए खर्च किए जाने की योजना थी। 

    भिन्न प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे 

    इसके तहत भवन का निर्माण पूरी तरह से आधुनिक तरीके से किया जाना है। इसमें अधिकारियों के कक्ष, कर्मियों के काम करने के लिए व्यवस्थित जगह के साथ-साथ शौचालय समेत उन सभी तरह की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। 

    काम से आने वाले लोगों को बैठने के लिए अलग हॉल का भी निर्माण किया जाएगा। कार्यालय परिसर में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे ताकि पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ-साथ खूबसूरत स्थिति उत्पन्न हो। 

    फिलहाल तीनों स्थान पर पहले से भवन बने हुए हैं और परिसर भी बड़ा है। इसलिए नए भवन के निर्माण के लिए अलग से जगह ढूंढने की जरूरत ही नहीं है। मुख्यमंत्री द्वारा आधारशिला रखे जाने के बाद से ही लोग नए भवन के निर्माण को लेकर काफी उत्साहित थे। 

    लोगों का कहना था कि नए भवन में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध रहने के कारण बेहतर तरीके से कार्य होंगे। लेकिन अब तक इसे लेकर कम शुरु नहीं होने से लोगों में निराशा कायम हो रही है।