Machli Palan: मछली पालकों को नए नियम का करना होगा पालन, मत्स्य विभाग से जारी हुआ निर्देश; पढ़ें पूरा मामला
मछली पालकों के लिए नया निर्देश जारी किया गया है। मछली उत्पादकों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। प्रधानमंत्री ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अरवल। Machli Palan In Bihar अब मछली उत्पादकों को भी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जिस प्रकार कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान रजिस्ट्रेशन जरूरी है, उसी प्रकार मत्स्य विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिए मत्स्य पालकों को रजिस्ट्रेशन नंबर लेना अनिवार्य है।
रजिस्ट्रेशन होने पर सभी प्रकार का लाभ खातों में मिलेगा। इसके लिए प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना के तहत नेशनल फिशरिज डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Online Registration) करना होगा।
सभी मत्स्य कृषकों, मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के सदस्यों, विभाग से लाभान्वित मत्स्य पालकों का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होगा। इसके लिए आधार नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक खाता के संबंध में जानकारी देनी होगी। मत्स्य पालक अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से अपना निबंधन करा सकते हैं।
जिला समन्वयक से भी संपर्क किया जा सकता है। जिला मत्स्य विकास पदाधिकारी आकांक्षा ने कहा कि मत्स्यपालकों एवं इससे जुड़े लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर कार्यालय पहुंचकर संपर्क कर सकते हैं।
12.65 हेक्टेयर में मछली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित
जिले में इस वित्तीय वर्ष में 12.65 हेक्टेयर में मछली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसको लेकर मछली बीज के उत्पादन के लिए जिले में 14 आवेदन आए हैं। 60 आवेदन मत्स्य पालन के लिए आए हैं। जिले में मछली का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है।
मछली उत्पादन करने वाले मत्स्य पालकों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य पालन योजना से सात लाख रुपये तक सभी वर्गों के लोगों को अनुदान दिया जाता है। मुख्यमंत्री तालाब निर्माण एवं मत्स्य पालन योजना से 10 लाख रुपये तक एसटी,एसटी को लाभ दिया जाता है।

योजना का मुख्य उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर मत्स्यपालन के क्षेत्र में लगे मछुआरों, मत्स्य कृषक, मत्स्य विक्रेता, मत्स्य प्रसंस्करणकर्ता एवं अन्य हितधारकों की पहचान कर राष्ट्रीय मत्स्य डिजिटल प्लेटफार्म पर निबंधन कराना है।
एक मत्स्य पदाधिकारी अनुपम कुमार ने बताया कि निबंधन कराने का मुख्य उद्देश्य मछली पालन से जुड़े किसानों के लिए रोजगार सृजन करना है।
इसमें समिति से जुड़े मत्स्य पालकों के अलावा इस व्यवसाय से जुड़े लोग जैसे मछली बिक्री करने वाले, जाल बुनने वाले, निजी तालाब में मछली पालन करने वाले व अन्य समूह के लोग भी अपना निबंधन करा सकते हैं।
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