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    Jehanabad news: ट्रेनों में भीड़ हादसे का बन रहा कारण,इस साल अब तक लगभग दो दर्जन भर लोगों की मौत

    By Jagran NewsEdited By: Radha Krishna
    Updated: Mon, 14 Jul 2025 03:40 PM (IST)

    पटना जाने के लिए ट्रेन को हीं सबसे बेहतर सवारी मानते हैं। इसका किराया अन्य सवारी गाड़ियों की तुलना में काफी कम है साथ ही साथ समय भी कम लगता है। लेकिन इधर लगातार दुर्घटनाएं बढ़ रही है।जहानाबाद जीआरपी के दायरे में आने वाले क्षेत्र में अब तक इस साल लगभग दो दर्जन लोगों की मौत ट्रेन से गिरकर हो गई है।

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    ट्रेनों में भीड़ हादसे का बन रहा कारण,इस साल अब तक लगभग दो दर्जन भर लोगों की मौत

    संवाददाता, जहानाबाद। पटना गया रेल खंड पर पैसेंजर और एक्सप्रेस को मिलाकर लगभग 25 ट्रेनों का परिचालन प्रतिदिन होता है। ज्यादातर लोग गया और पटना जाने के लिए ट्रेन को हीं सबसे बेहतर सवारी मानते हैं। इसका किराया अन्य सवारी गाड़ियों की तुलना में काफी कम है साथ ही साथ समय भी कम लगता है। लेकिन इधर लगातार दुर्घटनाएं बढ़ रही है।

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    खासकर ट्रेन से गिर कर लोग काल के गाल में समा रहे हैं। जहानाबाद जीआरपी के दायरे में आने वाले क्षेत्र में अब तक इस साल लगभग दो दर्जन लोगों की मौत ट्रेन से गिरकर हो गई है। जीआरपी के पास ट्रेन से गिरकर मरने वालों की संख्या 14 है। लेकिन इसके अलावा अन्य थानों में दुर्घटना के मामले दर्ज हो रहे हैं।

    रेलवे ट्रैक पर घटित घटना ही जीआरपी में दर्ज होती है। लेकिन कई ऐसी दुर्घटना हुई है जिसमें ट्रेन से गिरने वाले शख्स ट्रैक से दूर चला जाता है और उसकी मौत हो जाती है। इसका मामला जीआरपी के अलावा अन्य पुलिस स्टेशनों में ट्रेन गिरकर हुई मौत के रुप में दर्ज होती है। इन दुर्घटनाओं के पीछे मुख्य वजह ट्रेनों में बढी भीड़ को माना जाता है।

    सवारी गाड़ियों में हमेशा खचाखच भीड़ होती है। भीड़ के कारण कई लोग गेट पर खड़े रहते हैं तो कई उसमें लटक कर सफर करते हैं। ऐसे में थोड़ी सी चुक दुर्घटना का कारण बन जाता है। जब भी किसी स्टेशन पर ट्रेन रूकती है तो गेट पर चढ़ने और उतरने वाले लोग एक साथ मस्कत करने लगते हैं। लोगों के मशक्कत के बीच में ही कभी-कभी ट्रेन खुल जाती है ऐसे में लोग गिरकर दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं।

    इसमें भीड़ के साथ-साथ प्रशासनिक उदासीनता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लोगों को व्यवस्थित तरीके से उतरने और चढने को लेकर रेलवे पुलिस द्वारा पहल नहीं की जाती है। वहीं कई लोग अपनी लापरवाही से भी दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। खासकर युवा पीढ़ी के लोग गेट पर लटकर सफर करना ज्यादा पसंद करते हैं जो उनके लिए दुर्घटना का दावत साबित हो रहा है।

    राजस्व के मामले में इस रेल खंड के कई स्टेशनों का रहा है बेहतर प्रदर्शन

    पटना गया रेलखंड सरकार को राजस्व देने के मामले में भी बेहतर मुकाम हासिल करता रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष में दानापुर रेल मंडल द्वारा बेहतर राजस्व देने वाले 100 स्टेशनों की सूची जारी की गई थी। जिसमें इस रेल खंड के भी कई स्टेशन शामिल थे। इसमें 20वें नंबर पर जहानाबाद स्टेशन था, जहां से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 44 लाख 78 हजार 47 है। एक साल की समयावधि में जहानाबाद स्टेशन से आरक्षित व अनारक्षित टिकट बिक्री से आठ करोड़ 85 लाख 50 हजार 151 रुपये की कमाई हुई थी।

    इसी तरह इस रेल खंड के मसौढ़ी और जहानाबाद कोर्ट स्टेशन राजस्व देने में बेहतर मुकाम पर रहा था। ऐसे में इस रेलखंड पर ट्रेन से गिरकर हो रहे मौत की घटना को नियंत्रित करने के लिए कारगर कदम उठाने की जरूरत है।

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