कई पैक्सों के पास हजारों टन चावल लंबित, समय पर जमा नहीं किया तो सदस्यों की संपत्ति होगी जब्त, लगेंगे कई आरोप
जहानाबाद जिले के 69 पैक्सों पर 3892.86 टन चावल बकाया है जिसकी अंतिम तिथि 10 अगस्त है। चावल जमा नहीं करने पर पैक्स अध्यक्षों और सदस्यों पर नीलाम पत्र कुर्की जब्ती और सरकारी गबन का आरोप लगाया जाएगा जिससे उन्हें भविष्य में ऋण मिलने में कठिनाई होगी। 50 टन से अधिक बकाया वाले और 50 टन से कम बकाया वाले पैक्सों की पहचान की गई है।

जागरण संवाददाता, जहानाबाद। जिले में इस वर्ष पैक्स के माध्यम से 64 हजार 619 टन धान की खरीदारी हुई थी, जिसमें से 44 हजार 312 टन चावल एसएफसी में जमा करना था। अब तक मात्र 40 हजार 419.14 टन चावल ही जमा हो पाया है। 69 पैक्सों में 3892.86 टन चावल अभी भी लंबित है।
सीएमआर यानी चावल जमा करने की अंतिम तिथि 10 अगस्त है। निर्धारित समय सीमा के अंदर लंबित चावल जमा नहीं करने पर पैक्स अध्यक्ष, प्रबंधक व कार्यकारिणी सदस्य पांच वर्षों के लिए चुनाव से वंचित हो जाएंगे। नीलम पत्र, कुर्की जब्ती, बॉडी वारंट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
संबंधित सदस्यों के सिविल पर सरकारी गबन का भी उल्लेख किया जाएगा, जिसके कारण उन्हें भविष्य में किसी प्रकार का बैंक ऋण नहीं मिल पाएगा। पिछले वर्ष चावल जमा नहीं करने वाले पैक्स अध्यक्षों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। सुरंगापुर पैक्स अध्यक्ष के खिलाफ भी कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गयी है, अन्य पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।
जिन पैक्सों पर 50 टन से अधिक चावल बकाया
मखदुमपुर, कोकरसा, भरथू, छरियारी, दौथू, रतनी, तिर्रा, नईमा, अमाइन, जैतीपुर कुरूआ, गोलकपुर, सेवनन, सुमेरा, नारायणपुर, लाखापुर
जिन पैक्सों पर 50 टन से कम चावल बकाया
अमथुवा, मुरहारा, नाउरू, पश्चिमी काको, बारा, मंडे बिगहा, डेढ़सैया, बेला बिर्रा, देवरा, घोसी, पंडुई, चिरी, लाखापुर, मुठेर, कुमारडीह, सैस्ताबाद, पिंजौरा, मनियावा, शाहपुर, कोहरा, रामपुर, जगपुरा, कचनावा, नोनही, दमुहा, पश्चिमी सारेन, नेरथुआ समेत 14 पैक्स।
100 टन से अधिक चावल बकाया वाले पैक्स
पैक्स | चावल (टन में) |
---|---|
सोलहदा | 233.5 |
काको | 220.5 |
परवन | 194.8 |
मुरगांव | 172 |
भैख | 148.6 |
बौड़ी | 126.5 |
मलाठी | 117.7 |
गोनवा | 104 |
धरनई | 103.4 |
कुर्रे | 101.7 |
मोदनगंज | 100.4 |
69 पैक्स समितियों की पहचान की गई है। सरकार ने चावल जमा करने के लिए 10 अगस्त तक की समय सीमा तय की है। यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर चावल जमा नहीं किया जाता है, तो संबंधित पैक्स अध्यक्ष, प्रबंधक और कार्यकारिणी सदस्यों के विरुद्ध नीलम पत्र, कुर्की जब्ती, बॉडी वारंट की कार्रवाई की जाएगी। पिछले वर्ष की बकायादार पैक्स समितियों के विरुद्ध भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
-नैश गोल्ड, डीसीओ
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