Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बदलते मौसम के साथ सदर अस्पताल में बढ़ी भीड़, हर दिन पहुंच रहे 500 से ज्यादा मरीज

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 03:45 PM (IST)

    गोपालगंज में मौसम में बदलाव के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही हैं। उमस भरी गर्मी और हल्की ठंडक के कारण सर्दी खांसी बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सदर अस्पताल में ओपीडी और इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की भीड़ देखी जा रही है। डॉक्टरों ने लोगों को सतर्क रहने और उचित सलाह लेने की सलाह दी है।

    Hero Image
    बदलते मौसम के साथ सदर अस्पताल में बढ़ी भीड़

    जागरण संवाददाता, गोपालगंज। मौसम में हो रहे अचानक बदलाव ने जिले के लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। सुबह और रात के समय हल्की ठंडक का अहसास हो रहा है, वहीं दिन में उमस भरी गर्मी लोगों को बेचैन कर रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस उतार-चढ़ाव वाले मौसम का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, जिससे सर्दी-खांसी, बुखार, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसी मौसमी बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं।

    इसका असर सदर अस्पताल में भी साफ देखा जा रहा है, जहां ओपीडी और इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो गई है।

    सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पिछले कुछ दिनों से लगातार मरीज पहुंच रहे हैं, खासतौर पर बुजुर्ग मरीजों की संख्या में इजाफा देखा गया है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, बुजुर्गों को कमजोरी, बुखार और सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याओं के चलते भर्ती किया जा रहा है। ओपीडी में बच्चों और युवाओं का भी तांता लगा हुआ है।

    चिकित्सकों के अनुसार, इन दिनों ओपीडी में बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें अधिकांश लोग मौसमी बीमारियों से ग्रस्त हैं। सदर अस्पताल के चिकित्सक संतोष कुमार और अविनाश पांडेय ने बताया कि बदलते मौसम के कारण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। छोटे बच्चे और बुजुर्ग इस मौसम में सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।

    चिकित्सकों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में इन प्रकार के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि इस मौसम में खानपान और दिनचर्या को लेकर सतर्क रहें। पर्याप्त पानी पीना, संतुलित आहार लेना और धूल-मिट्टी से बचना बेहद जरूरी है।

    चिकित्सकों ने लोगों से अपील की है कि वे बिना आवश्यकता के बाहर निकलने से बचें और सर्दी-जुकाम के शुरुआती लक्षण दिखते ही तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। अस्पताल प्रशासन ने यह भी अपील की है कि लोग स्वयं दवा लेने से बचें और डाक्टर की सलाह के बिना कोई भी इलाज न करें, क्योंकि बदलते मौसम में लापरवाही गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है।

    मरीजों की संख्या में वृद्धि

    सदर अस्पताल की ओपीडी वार्ड में 25 अगस्त को 550 मरीजों का उपचार किया गया, वहीं 26 अगस्त को 658 मरीज, 27 अगस्त को 676 मरीज, 28 अगस्त को 568 मरीज, 29 अगस्त को 668 मरीज और 30 अगस्त को 547 मरीजों का इलाज किया गया। इसमें अधिकांश मरीज बुखार और खांसी के साथ मौसमी बीमारियों से ग्रस्त थे।

    comedy show banner