आसमान में तीन चक्कर, जमीन पर अफरा-तफरी, नहीं उतरा सम्राट चौधरी का हेलीकॉप्टर
गोपालगंज के बैकुंठपुर में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का हेलीकॉप्टर सुरक्षा कारणों से नहीं उतर पाया, जिससे कार्यकर्ताओं में निराशा फैल गई। पायलट ने तीन बार प्रयास किया, लेकिन हैलीपैड पर सुरक्षा मानकों की कमी के कारण लैंडिंग नहीं हो सकी। बाद में, उपमुख्यमंत्री उचकागांव में उतरे, जिससे प्रशासन और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय पर सवाल उठने लगे।

जागरण संवाददाता, गोपालगंज। जिले अंतर्गत बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र के राजापट्टी कोठी में मंगलवार को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की प्रस्तावित सभा के दौरान कार्यकर्ताओं का उत्साह उस वक्त मायूसी में बदल गया, जब उनका हेलीकॉप्टर निर्धारित हैलीपैड पर नहीं उतर सका।
सुबह से ही बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और आम लोग माला, बैनर और फूलों के साथ उपमुख्यमंत्री के स्वागत के लिए स्थल पर जुटे थे। प्रशासन ने राजापट्टी कोठी में अस्थायी हैलीपैड तैयार कराया था। कार्यक्रम के लिए सुबह 10:30 बजे का समय तय था, लेकिन घंटों बीतने के बावजूद उपमुख्यमंत्री का आगमन नहीं हुआ।
दोपहर करीब 2:30 बजे जब आसमान में हेलीकॉप्टर दिखाई दिया, तो भीड़ में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। सभी को उम्मीद थी कि अब उपमुख्यमंत्री सभा स्थल पर उतरेंगे और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। मगर यह उम्मीद कुछ ही क्षणों में निराशा में बदल गई।
सूत्रों के अनुसार, हैलीपैड के चारों ओर पर्याप्त जगह न होने और सुरक्षा मानकों की पूर्ति न होने के कारण पायलट ने हेलीकॉप्टर लैंड करने से इनकार कर दिया। पायलट ने तीन बार उतरने की कोशिश की, लेकिन अंततः सुरक्षा कारणों से हेलीकॉप्टर को मोड़ना पड़ा। इस दौरान सभा स्थल और हैलीपैड के आसपास अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
मंच से बार-बार यह घोषणा की जाती रही कि हेलीकॉप्टर शीघ्र वापस आएगा, और लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की जाती रही। कुछ उत्साहित कार्यकर्ताओं ने तो हेलीकॉप्टर के उतरने की संभावना में हैलीपैड के आसपास पेड़ों की शाखाएं तक काटनी शुरू कर दीं।
मंच पर मौजूद पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी लगातार लोगों को आश्वस्त करते रहे कि उपमुख्यमंत्री सभा में अवश्य पहुंचेंगे। वहीं, सूत्रों के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर बाद में जिले के उचकागांव स्थित सभा स्थल पर उतरा, जहां उन्होंने तय कार्यक्रम के अनुसार संबोधन किया।घटना के बाद स्थानीय कार्यकर्ताओं और प्रशासन के बीच समन्वय की कमी पर सवाल उठने लगे हैं।
वहीं, कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि पहले से ही वैकल्पिक व्यवस्था की जानकारी होती, तो अफरा-तफरी की स्थिति नहीं बनती। लोग अब प्रशासन की तैयारी पर भी सवाल उठा रहे हैं। उधर प्रशासन की ओर से पुनः हेलीकॉप्टर लैंड कराने की तैयारी की जा रही है।
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