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    Jitiya Fast 2025: संतान की दीर्घायु के लिए माताओं का निर्जला व्रत, बाजारों में खरीदारी की धूम

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 11:54 AM (IST)

    गोपालगंज में जिउतिया व्रत की तैयारी शुरू हो गई है। माताएं संतान की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखेंगी और जीमूत वाहन की कथा सुनेंगी। बाजार में खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ रही है खासकर दूध और दही की दुकानों पर। यह व्रत अष्टमी तिथि को मनाया जाता है और नवमी को इसका पारण होता है।

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    पुत्र की लंबी आयु को कल जिउतिया का व्रत रखेंगीं माताएं

    जागरण संवाददाता, गोपालगंज। पुत्र की लंबी आयु की कामना को जिउतिया के व्रत की तैयारियां घरों में प्रारंभ हो गई है। शनिवार को व्रत धारण करने वाली माताएं नहाय-खाय की विधि का पालन करेंगी।

    रविवार को संतान की लंबी आयु की कामना को लेकर महिलाएं जिउतिया का व्रत करेंगी। सोमवार को व्रत धारण करने वाली माताएं अपने पूर्वजों को अन्न का अर्पण करने के बाद व्रत का पारण करेंगी।

    जिउतिया व्रत को देखते हुए शुक्रवार को बाजार में जिउतिया खरीदने के लिए दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी गई। व्रत की शुरुआत व्रत धारण करने वाली माताओं के नहाय-खाय की परंपरा से होगी। रविवार को व्रत धारण करने वाली महिलाएं पूरे दिन निर्जला रहकर व्रत धारण करेंगी।

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    महिलाएं निर्जला व्रत रहने के दौरान विभिन्न नदियों व तालाबों पर जाकर स्नान करेंगी तथा बरियार के पौधे के पास जाकर पौधे की पूजा अर्चना करेंगी। इस बीच महिलाएं जिमूत वाहन देवता की कथा को सुनेंगी तथा समीप स्थित मंदिरों में जाकर देवी देवताओं की पूजा अर्चना करेंगी।

    कथा के अनुसार सियार व चिल्हो दोनों ने जिउतिया का व्रत रखा था। व्रत के दौरान सियाराे ने अन्न ग्रहण कर लिया, जिसके कारण उसके सात पुत्रों की असमय ही मौत हो गई। इसके बाद चिल्हो के बताए नियम के अनुसार सियार ने इस व्रत को किया और उसके सातों पुत्र जिंदा हो गए।

    अष्टमी तिथि को मनाया जाता है जिउतिया का पर्व

    पंडित किशोर उपाध्याय ने बताया कि जिउतिया का पर्व अष्टमी तिथि को मनाया जाता है, जबकि नवमी तिथि में पारण का प्रावधान किया गया है।

    उन्होंने बताया कि रविवार को निर्जला व्रत रखने वाली महिलाएं व्रत के दौरान राजा जीमूत वाहन की कथा को सुनेंगी। इस कथा के को सुनने के बाद महिलाएं घर में आकर जिउतिया में गांठ लगाकर उसे धारण करेंगी। इसके बाद नवमी के दिन इस व्रत का विधान पूर्वक पारण किया जाएगा।

    दूध की दुकानों पर दिखी लोगों की भीड़

    जिउतिया के मौके पर दही व चूड़ा खाने की परंपरा व विधान है। इस पर्व को देखते हुए शुक्रवार को तड़के पांच बजे से ही शहर के डेयरी दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखी। डेयरी की दुकानों पर दूध पहुंचते ही उसकी बिक्री तेज हो गई। पूरे दिन लोग दही के लिए दूध की खरीदारी में लगे रहे।