तीसरी आंख फेल... 21 मिनट में थावे शक्तिपीठ से एक करोड़ के मुकुट सहित आभूषण चोरी, जांच तेज
गोपालगंज के थावे शक्तिपीठ में 21 मिनट में एक करोड़ के मुकुट और आभूषणों की चोरी हो गई। सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बावजूद, चोरों ने ...और पढ़ें

चोरी के बाद माता का प्रतिमा
बाल्मीकि मणि तिवारी, थावे (गोपालगंज)। महज 21 मिनट में दो शातिर चोरों ने थावे शक्तिपीठ की हाई सिक्योरिटी को धता बताते हुए एक करोड़ रुपये मूल्य के मुकुट और आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया। चार सैप जवानों की तैनाती और तीसरी आंख कहे जाने वाले सीसीटीवी कैमरे भी चोरों को रोक नहीं सके। पूरी वारदात कैमरे में कैद है, बावजूद इसके सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर चूक के चलते चोर आराम से फरार हो गए।

इसी सीढ़ी से नीचे आये था चोर।
थावे मंदिर में हुई इस सनसनीखेज चोरी से न सिर्फ प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था को भी गहरा झटका लगा है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चोर मंदिर परिसर, सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरों की लोकेशन से पूरी तरह वाकिफ थे। उन्होंने पहले मंदिर की रेकी की और फिर तय योजना के तहत वारदात को अंजाम दिया।

सीसीटीवी फुटेज देखते अधिकारी।
सीसीटीवी फुटेज के अनुसार घटना की शुरुआत 17 दिसंबर की रात 11.53 बजे हुई। मंदिर के पीछे दक्षिणी दिशा में मां चौका और प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। इसी निर्माण स्थल पर रखी सीढ़ी का उपयोग कर दोनों चोर मंदिर परिसर के भवन पर चढ़े। इसके बाद रस्सी के सहारे वे अंदर उतरे। रात 11.58 बजे उन्होंने मंदिर के एक गेट का ताला तोड़ा, जबकि मुख्य द्वार पूरी तरह सुरक्षित रहा।

इसी रस्सी के सहारे मंदिर के अंदर आया था चोर।
11.59 बजे बड़े कटर की मदद से गर्भगृह के गेट का ताला काटा गया। 12.01 बजे एक चोर गर्भगृह के भीतर प्रवेश करता दिखाई देता है। कुछ ही मिनटों में वहां रखे लाकर को उठा लिया गया, जिसमें 51 लाख रुपये मूल्य का सोने-चांदी का मुकुट और अन्य कीमती आभूषण थे। मां के श्रृंगार में प्रयुक्त आभूषण भी चोर ले गए। 12.03 बजे दोनों चोर गर्भगृह से बाहर निकले—एक के हाथ में लाकर था, जबकि दूसरा आभूषणों से भरा बैग कंधे पर टांगे नजर आया। इसके बाद 12.14 बजे वे उसी रास्ते से फरार हो गए, जिससे अंदर आए थे।

जांच करती पुलिस।
जांच में यह भी सामने आया है कि चोरों ने सिर्फ तीन ताले ही तोड़े। मंदिर का मुख्य गेट सुरक्षित रहा, जिससे स्पष्ट है कि उन्हें मंदिर की आंतरिक संरचना और कमजोर बिंदुओं की पूरी जानकारी थी। चोरी के बाद चोर जंगल की ओर भाग निकले। मंदिर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर रिखई टोला जंगलवा रोड के पास टूटा हुआ लाकर मिला, जिससे आशंका है कि यहीं आभूषणों की छंटनी की गई।

सुरक्षा में बड़ी चूक भी उजागर हुई है। मंदिर की सुरक्षा में चार सैप जवान, एक टीओपी प्रभारी और निजी गार्ड की तैनाती थी। रात में एक सैप जवान के सो जाने और निगरानी में ढिलाई का फायदा चोरों ने उठाया। सीसीटीवी फुटेज से साफ है कि चोर कैमरों की लोकेशन जानते थे और कई जगह कैमरों की ओर देखते हुए वारदात करते नजर आए।
घटना के बाद पुलिस पूरी तरह सक्रिय हो गई है। पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित के निर्देश पर सदर एसडीपीओ और थावे थानाध्यक्ष के नेतृत्व में विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड की मदद से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। आसपास के जंगल और सीमावर्ती इलाकों में छापेमारी तेज कर दी गई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही चोरी का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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