PM Kisan Yojana: किसानों को भारी पड़ेगी ये गलती, नहीं मिलेगा प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ
गोपालगंज के किसानों को पराली जलाने पर प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना से वंचित किया जाएगा। पराली जलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति नष्ट होती है और प्रदूषण फैलता है। कृषि विभाग किसानों को दलहन बीज पर अनुदान दे रहा है और जैविक खाद के प्रयोग को प्रोत्साहित कर रहा है। किसानों को पारंपरिक खेती और कम पानी वाले अनाज उगाने की सलाह दी गई है।

संवाद सूत्र, विजयीपुर (गोपालगंज)। अब किसान अपने खेतों में पराली जलाएंगे तो उन्हें प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) सहित अन्य सभी लाभकारी योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा। पराली जलाने से खेतों की मेधा शक्ति और उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है, वहीं इसके धुएं से वातावरण में प्रदूषण फैलता है। सरकार ने ऐसे किसानों की पहचान कर उनके खिलाफ प्राथमिकी करने तक के आदेश दिए हैं।
यह जानकारी प्रखंड कृषि नोडल समन्वयक विरेन्द्र प्रसाद कुशवाहा ने बेलवां पंचायत में आयोजित जन कल्याण कृषि चौपाल में दी।
उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में सख्त है और सभी किसानों को इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग द्वारा किसानों को दलहन में मटर, चना, मसूर के बीज अनुदान पर उपलब्ध कराए गए हैं, जिन्हें खेतों में बुआई के लिए उपयोग करना चाहिए।
उन्होंने रासायनिक खाद की मात्रा कम करने और जैविक खाद एवं कम्पोस्ट खाद के अधिकतम प्रयोग पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने पारंपरिक खेती, मोटे अनाज और कम पानी वाले दलहन की बुआई बढ़ाने की सलाह दी।
इसी प्रकार नवतन पंचायत के रौतारी गांव में आयोजित कृषि जन कल्याण चौपाल में प्रखंड तकनीकी प्रबंधक मनीष मणि त्रिपाठी ने किसानों को फलदार वृक्ष लगाने, वैज्ञानिक विधि से खेती करने और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी दी।
चौपाल में रामाश्रय यादव, संतलाल शर्मा, शेष मुहम्मद, अयूब, मंशा सिंह, मोहम्मद अबीर, प्रखंड कृषि समन्वयक राजेश कुमार, कृषि सलाहकार भगवती दूबे, सहायक प्रखंड तकनीकी प्रबंधक अंजलि सिंह, अनमोल कुमार सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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