Durga Puja 2025: दुर्गा पूजा में कड़ी होगी गोपालगंज की सुरक्षा, 243 दंडाधिकारी, 1200 जवान होंगे तैनात
गोपालगंज में दुर्गा पूजा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिले में 243 दंडाधिकारी और 1200 से अधिक जवान तैनात किए जाएंगे। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। मूर्ति विसर्जन जुलूस के लिए लाइसेंस अनिवार्य है और लाउडस्पीकर बजाने पर रात 10 बजे के बाद रोक रहेगी।

जागरण संवाददाता, गोपालगंज। दुर्गा पूजा के दौरान पूरे जिले में कड़ी चौकसी रहेगी। पूजा को देखते हुए पूरे जिले में 243 दंडाधिकारी तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा निर्धारित किए गए स्थानों पर 1200 से अधिक जवान तथा करीब तीन सौ पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जाएगी। प्रशासनिक स्तर पर संवेदनशील इलाकों में कड़ी चौकसी बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं।
22 सितंबर को कलश स्थापना के साथ ही दुर्गा पूजा प्रारंभ हो जाएगा। दुर्गा पूजा के दौरान पूरे जिले में चार सौ से अधिक छोटे-बड़े पूजा पंडालों की स्थापना की जाएगी।
प्रशासनिक स्तर पर पूजा पंडालों के साथ ही आसपास के इलाकों में नजर रखने के लिए सप्तमी के दिन से मूर्ति विसर्जन कार्य की समाप्ति तक दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है।
तमाम दंडाधिकारियों को निर्धारित किए गए स्थान पर पहुंचने व योगदान करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने पर्व को देखते हुए संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर वहां अतिरिक्त चौकसी बरतने के निर्देश जारी किया है।
प्रशासनिक स्तर पर धार्मिक अनुष्ठान व पूजा में बाधा डालने वालों पर कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। साथ ही बगैर लाइसेंस से पूजा पंडाल स्थापित करने तथा मूर्ति विसर्जन जुलूस में भाग लेने वाली पूजा समितियों पर कार्रवाई का निर्देश जारी किया है।
निर्धारित रूट से ही निकलेगा जुलूस
प्रशासनिक स्तर पर मूर्ति विसर्जन का जुलूस निर्धारित किए गए रूट से ही ले जाने का निर्देश जारी किया है। प्रशासनिक स्तर पर मूर्ति विसर्जन जुलूस का लाइसेंस प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है। प्रशासन ने निर्धारित रूट का अनुपालन कराने का निर्देश जारी किया है।
सदर अनुमंडल में 125 दंडाधिकारी
पर्व को देखते हुए सदर अनुमंडल में 125 स्थानों पर दंडाधिकारियों की तैनाती का निर्देश दिया है। इसके अलावा हथुआ अनुमंडल में भी 118 दंडाधिकारी तैनात होंगे। प्रत्येक दंडाधिकारी के साथ 1-4 का फोर्स भी तैनात करने का निर्देश जारी किया गया है। इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल की तैनाती की जाएगी।
24 घंटे कार्य करेगा नियंत्रण कक्ष
दुर्गा पूजा को लेकर जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा, जो सप्तमी के दिन से ही 24 घंटे काम करेगा। यहां आठ-आठ घंटे की पाली में वरीय पदाधिकारी के अलावा दंडाधिकारियों की तैनाती करने का निर्देश दिया गया है। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में स्थापित किया जाएगा।
उपलब्ध कराना होगा खैरियत प्रतिवेदन
दुर्गा पूजा के दौरान संबंधित पदाधिकारियों को दैनिक खैरियत प्रतिवेदन उपलब्ध कराना होगा। बीडीओ व थानाध्यक्ष संबंधित एसडीओ व एसडीपीओ को प्रतिवेदन देंगे। इसी प्रकार एसडीओ व एसडीपीओ जिले को खैरियत प्रतिवेदन प्रत्येक दिन उपलब्ध कराएंगे।
दो जोन में बंटेगा जिला मुख्यालय
पर्व के दौरान जिला मुख्यालय को दो जाने में बांटकर यहां स्थापित होने वाले पूजा पंडालों से लेकर आसपास की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। दोनों जोन में पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। यह जोन उत्तरी व दक्षिणी जोन के नाम से जाना जाएगा।
रात के दस बजे के बाद नहीं बजेंगे लाउडस्पीकर
दुर्गा पूजा के दौरान दिन के छह बजे से रात के दस बजे के बीच ही लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति होगी। रात के दस बजे के बाद लाउडस्पीकर नहीं बजेंगे। लाउडस्पीकर बजाने के दौरान भी इसके लिए निर्धारित नियमों का शत-प्रतिशत अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है।
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