गोताखारों ने की तलाश, नदी में डूबे किसान का नहीं मिला सुराग
संवाद सूत्र कुचायकोट (गोपालगंज) विशंभरपुर थाना क्षेत्र के काला मटिहिनिया गांव के पास गंड

संवाद सूत्र, कुचायकोट (गोपालगंज) : विशंभरपुर थाना क्षेत्र के काला मटिहिनिया गांव के पास गंडक नदी की धारा में डूबे एक किसान की ग्रामीणों ने स्थानीय गोताखारों की मदद से नदी में काफी तलाश की, लेकिन नदी की धारा में डूबे किसान का सुराग नहीं मिल सका। नदी की धारा में किसान के डूबने के दूसरे दिन मंगलवार को भी किसान की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम को नहीं बुलाए जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया है। ग्रामीण नदी में डूबे किसान की तलाश करने में प्रशासन पर असहयोग पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।
सोमवार को काला मटिहिनिया वार्ड नंबर तीन निवासी मैनेजर यादव तथा सुमन यादव गांव समीप गंडक नदी की धारा को पारकर अपने खेत की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान दोनों किसान गहरे पानी में चले जाने से डूबने लगे। इनके शोर मचाने पर आसपास मौजूद कुछ ग्रामीणों ने नदी की धारा से निकाल कर मैनेजर यादव को बचा लिया, लेकिन सुमन यादव को बचाया नहीं जा सका। ये नदी की धारा में डूब गए। ग्रामीणों ने स्थानीय गोताखोर की मदद से नदी की धारा में डूबे किसान की काफी तलाश किया, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका। मंगलवार को भी गोताखोरों की मदद से नदी की धारा में डूबे किसान की तलाश ग्रामीणों ने जारी रखा। घंटों नदी में तलाश करने के बाद भी किसान का सुराग नहीं मिल सका। इसी बीच प्रशासन को सूचना देने के बाद भी एनडीआरएफ की टीम को नहीं बुलाने से ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त होने लगा है। काला मटिहिनिया गांव निवासी मुकेश कुमार सिंह का कहना था कि उनके स्तर से सदर एसडीओ, अंचल पदाधिकारी तथा बीडीओ को कई बार फोन पर घटना की जानकारी देते हुए नदी में डूबे किसान की तलाश करने में सहयोग मांगा गया, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई सहयोग अब तक नहीं मिला है। इस संबंध में पूछे जाने पर विशंभरपुर थाना के थानाध्यक्ष ने बताया कि तमाम पुलिसकर्मी चुनाव की ड्यूटी में चले गए हैं। प्रशासन के स्तर पर कोई सहयोग नहीं मिलने को देखते हुए ग्रामीण अपने स्तर पर स्थानीय गोताखोर, नाव तथा नदी की धारा में जाल डालकर डूबे किसान की तलाश कर रहे हैं।

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