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    Bihar: दबंग ब्लॉक प्रमुख ने BPRO को ऑफिस में बुलाकर पीटा, दबाव बनाने का विरोध कर रहे थे पंचायती राज अधिकारी

    By anurag raiEdited By: Mohit Tripathi
    Updated: Wed, 30 Aug 2023 08:20 PM (IST)

    बिहार के गोपालगंज में एक प्रखंड प्रमुख ने पंचायती राज पदाधिकारी ( बीपीआरओ ) उचकागांव प्रखंड कार्यालय में बुलाकर जमकर पिटाई कर दी। बीपीआरओ ने उचकागांव प्रखंड प्रमुख समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ उचकागांव थाने में केस दर्ज कराया है। बीपीआरओ ने प्रखंड प्रमुख पर सरकारी काम में अनावश्यक दबाव बनाने और मारपीट गाली-गलौच करने का आरोप लगाया है।

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    उचकागांव प्रखंड मुख्यालय पर बीपीआरओ आदित्य अंशु से घटना की जानकारी लेते एसडीपीओ अनुराग कुमार व एसआई गजेंद्र कुमार सिंह।

    संवाद सूत्र, उचकागांव (गोपालगंज): बिहार के गोपालगंज में प्रखंड प्रमुख ने पंचायती राज पदाधिकारी (बीपीआरओ) उचकागांव प्रखंड कार्यालय में बुलाकर जमकर पिटाई कर दी।

    बीपीआरओ ने उचकागांव प्रखंड प्रमुख समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ उचकागांव थाने में केस दर्ज कराया है। बीपीआरओ ने प्रखंड प्रमुख पर सरकारी काम में अनावश्यक दबाव बनाने और मारपीट, गाली-गलौच करने का आरोप लगाया है।

    यह है पूरा मामला

    जानकारी के मुताबिक, 23 अगस्त को उचकागांव प्रखंड के बीपीआरओ आदित्य अंशु अपने कार्यालय में बैठे हुए थे। इसी दौरान प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव उनके कक्ष में पहुंचे।

    इसके बाद वह बीपीआरओ पर उप स्वास्थ्य केंद्र के क्रियान्वयन के लिए दबाव बनाने लगे। आदित्य अंशु ने इसका विरोध किया, तो प्रखंड प्रमुख नाराज होकर अपने चेंबर में चले गए।

    इसके बाद प्रखंड प्रमुख ने बीपीआरओ को फोनकर अपने कार्यालय में बुलाया। इसके बाद चेंबर में बैठे अपने गार्ड ने एवं अन्य लोगों की उपस्थिति में उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण कार्य को शुरू कराने के लिए दबाव बनाने का प्रयास किया।

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    बीपीआरओ का आरोप है कि प्रखंड प्रमुख ने अपने चेंबर में बुलाने के बाद उनको तमाचा मारने के बाद उनके साथ गाली-गलौच और धक्का मुक्की भी की। वहीं, गोपालगंज जाने के दौरान जान से मारने की भी धमकी दी।

    बीपीआरओ ने बताया जान को खतरा

    बीपीआरओ आदित्य अंशु का आरोप है कि प्रखंड प्रमुख व उनके पिता दबंग प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। हमेशा गनर लेकर अपने साथ चलते हैं।

    प्रखंड प्रमुख की ओर से योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जबरन अनावश्यक दबाव भी बनाया जाता है। इस घटना के बाद कभी भी उनके (बीपीआरओ के) साथ किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं।

    मामले की जांच कर रहे एसडीपीओ 

    मामले में बीपीआरओ आदित्य अंशु की ओर से दिए गए आवेदन पर पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के आदेश के आलोक में प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव, थाना क्षेत्र के श्यामपुर गांव के विकास कुमार, प्रखंड प्रमुख के चालक रामबाबू यादव और तीन-चार अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी कराई गई है। प्राथमिक होने के 24 घंटे के अंदर हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार ने मामले में पूछताछ की।

    इस दौरान उन्होंने बीपीआरओ आदित्य अंशु, बीडीओ कुमार प्रशांत और सीओ रवीश कुमार से अलग-अलग पूरी जानकारी ली।

    बीपीआरओ रुकावट बन रहे: प्रखंड प्रमुख

    मामले में प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव ने कहा कि प्रखंड के विकास कार्य को गति देने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसमें बीपीआरओ आदित्य अंशु रुकावट बन रहे हैं।

    वित्तीय वर्ष 2020-21 व 2021-22 की पूर्ण योजनाओं का भुगतान भी अभी तक लंबित चल रहा है। भुगतान की मांग करने पर बीपीआरओ की ओर से कमीशन की मांग की जाती है।

    क्या है विवाद की जड़

    वित्तीय वर्ष 2021-22 में पंचायत समिति के माध्यम से उचकागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निर्माण कार्य के लिए प्रस्ताव पारित किया गया था।

    इसमें विभाग द्वारा योजना का कोड भी निर्धारित कर दिया गया, लेकिन गलती से योजना का नाम उचकागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्थान पर उचकागांव उप स्वास्थ्य केंद्र हो गया।

    इस कारण उचकागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के विकास कार्य में पिछले एक वर्ष से बाधा बना हुआ है। योजना का नाम संशोधन को लेकर प्रखंड प्रमुख और बीपीआरओ के बीच विवाद चल रहा है।