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    गोपालगंज के सबसे साफ सामुदायिक शौचालय, मुखिया होंगे पुरस्कृत

    Updated: Sun, 14 Dec 2025 02:26 PM (IST)

    गोपालगंज जिले की दो पंचायतों के सामुदायिक शौचालयों को सबसे स्वच्छ घोषित किया गया है। इन पंचायतों के मुखिया को इस उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया ज ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, गोपालगंज। सिधवलिया प्रखंड की शेर और कुचायकोट प्रखंड की बड़हरा पंचायत के सामुदायिक शौचालयों को सबसे स्वच्छ व सुंदर शौचालय के रूप में चिन्हित किया गया है। इन पंचायतों के मुखिया को पुरस्कृत किया जाएगा।

    पेयजल व स्वच्छता विभाग एवं जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर हमारा शौचालय- हमारा भविष्य अभियान के तहत दोनों का चयन किया गया है। अभियान का उद्देश्य सामुदायिक शौचालय परिसरों के बेहतर रख-रखाव, सौंदर्यीकरण, मरम्मत और संरचनात्मक सुधार कार्यों को बढ़ावा देना है।

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    एमआइएस पर कई दी गयी है एंट्री

    सबसे स्वच्छ व सुंदर की श्रेणी में चिह्नित जिसमें सिधवलिया प्रखंड की शेर और कुचायकोट प्रखंड की बड़हरा पंचायत के सामुदायिक शौचालय से संबंधित फोटो व आंकड़े की एंट्री नियमानुसार एमआइएस पर कर दी गयी है। बहुत जल्द ही जिले में एक समारोह का आयोजन कर उक्त पंचायत के मुखिया को पुरस्कृत किया जाएगा। 

    उधर, एमआइएस एंट्री के आधार पर राज्य स्तर से भी सबसे स्वच्छ व सुंदर सामुदायिक शौचालय चयनित किए जाएंगे और संबंधित मुखिया को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके बाद राज्य स्तर से भी एक रिपोर्ट पेयजल व स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार को भेजी जाएगी। वहां भी देश स्तर पर सबसे स्वच्छ व सुंदर सामुदायिक शौचालय चयनित किए जाएंगे और संबंधित मुखिया को पुरस्कृत किया जाएगा।

    ऐसे किया गया चयन

    सबसे पहले ग्राम पंचायत स्तर पर सुंदर चित्रित शौचालयों की पहचान कर उसकी डिटेल प्रखंड को उपलब्ध कराई गयी। इसके बाद हर प्रखंड से तीन सामुदायिक शौचालय का चयन किया गया। फिर जिला स्तर पर भी प्रखंडों से प्राप्त सूची में से दो सामुदायिक शौचालय का चयन किया गया।

    अभियान के तहत जिले में बनाए गए पांच व्यक्तिगत शौचालय का भी चयन करना था। लेकिन, लोगों ने इसमें अधिक रूचि नहीं दिखायी और एमआइएस पर एंट्री नहीं करायी। इस कारण से अभी तक व्यक्तिगत शौचालय का चयन लंबित है।

    यहां बता दें कि जिले में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण और लोहिया स्वच्छता अभियान बिहार के तहत हर गांव में शौचालय बने हैं। जिसमें ढाई लाख से अधिक व्यक्तिगत और करीब 315 सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं।

    कहते हैं अधिकारी

    हमारा शौचालय-हमारा भविष्य अभियान के तहत जिले के दो सामुदायिक शौचालय एमआइएस एंट्री के अनुसार उत्कृष्ट और सबसे स्वच्छ व सुंदर के रूप चयनित किए गए हैं। संबंधित पंचायत के मुखिया को इसके लिए पुरस्कृत किया जाएगा। -राकेश कुमार चौबे, निदेशक डीआरडीए