Bihar Teacher News: सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 106 शिक्षकों को 24 घंटे का समय, कर लें यह काम नहीं तो होगा एक्शन
Bihar News शिक्षा विभाग ने सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों को सख्त चेतावनी दी है। काउंसलिंग में दस्तावेजों में त्रुटि पाए जाने पर सख्ती दिखाई है। 106 शिक्षकों को 24 घंटे में बचाव अभिकथन प्रस्तुत करने का अंतिम मौका दिया गया है। यदि वे अपना पक्ष नहीं रखते हैं तो आवश्यक कार्रवाई शुरू की जाएगी। एक अगस्त से लेकर 13 सितंबर तक काउंसेलिंग सह कागजातों का सत्यापन किया गया था।
संवादसूत्र, कुचायकोट (गोपालगंज)। Bihar Teacher News: सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग के दौरान दस्तावेजों में त्रुटि मिलने पर शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। ऐसे शिक्षकों को अंतिम मौका दिया गया है। इसके तहत 24 घंटे में बचाव अभिकथन प्रस्तुत करना होगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी योगेश कुमार ने इस संबंध में काउंसेलिंग के दौरान दस्तावेजों में त्रुटि पाए गए संदेहास्पद अभ्यर्थियों की सूची जारी करते हुए यह निर्देश जारी किया है। सूची में 106 शिक्षकों के नाम अंकित हैं।
विदित हो कि नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने की कवायद चल रही है। इस क्रम में नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा ली गई थी। सक्षमता परीक्षा में सफल हुए शिक्षकों की गोपालगंज जिले के बसडीला में स्थित डीआरसीसी प्रांगण में एक अगस्त से लेकर 13 सितंबर तक काउंसेलिंग सह कागजातों का सत्यापन किया गया था।
सत्यापन के दौरान 106 शिक्षकों के कागजातों और उनके नियोजन में त्रुटि पाई गई थी। काउंसेलिंग करने वाले पदाधिकारी ने इस संबंध में शिक्षा विभाग को त्रुटिपूर्ण दस्तावेज वाले शिक्षकों की सूची भेजी थी। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 106 शिक्षकों की सूची जारी करते हुए उनसे 24 घंटे के अंदर अपना पक्ष रखने को कहा है।
निर्गत पत्र में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा है कि अगर शिक्षक अपना पक्ष नहीं रखते हैं तो यह माना जाएगा कि उन्हें अपने पक्ष में कुछ नहीं कहना और इसको लेकर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
प्रारंभिक शिक्षकों का आईसीटी व एफएलएन प्रशिक्षण शुरू
राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, पटना के निदेशानुसार ई-शिक्षाकोष के माध्यम से प्राप्त सूची के अनुसार प्रारंभिक विद्यालयों के कक्षा एक से पांच में कार्यरत शिक्षकों का एफएलएन एवं आईसीटी से संबन्धित छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण,11 नवंबर से 16 नवंबर तक, प्राथमिक शिक्षक शिक्षा प्रशिक्षण महाविद्यालय,सुखासन-मंहरा में आयोजित है। ई-शिक्षाकोष के माध्यम से 180 शिक्षक प्रशिक्षण में भाग लेने हेतु नामित किया गया है। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों के लिए कई आदेश दिए गए हैं जिसमें प्रशिक्षण के प्रथम दिन सभी प्रशिक्षु शिक्षकों को प्री टेस्ट एवं प्रशिक्षण के अंतिम दिन टेस्ट लिया जाएगा।
जिसमें सभी प्रशिक्षुओं को शामिल होना आवश्यक है। इस दौरान प्रशिक्षक अभिषेक कुमार ने कहा कि आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता की अवधारणा बच्चे की सीखने की यात्रा का आधार बनती है। एफएलएन यह सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर देता है कि बच्चे अपनी शिक्षा के शुरुआती वर्षों में मौलिक साक्षरता (पढ़ना और लिखना) और संख्यात्मकता (गणित) कौशल विकसित करें।
आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता को आमतौर पर औपचारिक शिक्षा के शुरुआती वर्षों, जैसे कि प्री स्कूल या प्राथमिक विद्यालय के पहले कुछ वर्षों के दौरान पेश किया जाता है क्योंकि बच्चे अपने प्रारंभिक वर्षों के दौरान इन आधारभूत कौशलों को सीखने के लिए अधिक ग्रहणशील होते हैं। गणितज्ञ मंजुल भार्गव कहते हैं कि एक बार जब छात्र बुनियादी कौशल में पिछड़ जाते हैं, तो वे शायद ही कभी आगे बढ़ पाते हैं, और उनकी सीखने की अवस्था सपाट रहती है।
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