छोडि़ए पिछड़ने की चिंता, लगाइये यूएस 312
निज संवाददाता,गोपालगंज: अभी मानसून मेहरबान है और जिले में धान की रोपनी भी तेज हो गयी है, लेकिन समय पर बारिश नहीं होने से अगर बिचड़ा गिराने में पिछड़ गए हैं तो अब इसकी चिंता छोड़ दीजिए। यूएस 312 जैसे धान के कई हाइब्रिड बीज हैं, जो कम समय में तैयार हो जाते हैं और इससे उपज भी अच्छी मिलती है। बस, अब खेत में हाईब्रिड बीज के बिचड़े गिराएं और 10-12 दिन में तैयार बिचड़े को श्रीविधि से रोपनी कर चिंता से मुक्त हो जाएं। फसल 105 दिन में तैयार हो जाएगी और घर की ढेहरी धान से भर जाएगी।
मानसून देर से आने और अपेक्षा से कम बारिश को देखते हुए सरकार ने जिले को अतिरिक्त 200 क्विंटल धान का हाइब्रिड बीज आवंटित किया है। जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार वाजपेयी बताते हैं कि इस बीज को गोपालगंज, भोरे, सिधवलिया, बैकुंठपुर, बरौली और हथुआ प्रखंड कृषि कार्यालय को उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि यूएस 312 और डीआरआरएच-2 किस्म के ये बीज 105 में तैयार हो जाते हैं। वे कहते हैं कि अभी तक धान के बीचड़े गिराने में पिछड़ गए किसान श्रीविधि तकनीकी अपनाकर इन बीजों से अच्छी फसल ले सकेंगे।
सीधी बुआई भी है विकल्प
अगर उपरी जमीन हो और अभी तक धान के बिचड़े नहीं गिरा सकें हो, तो भी कई ऐसी किस्में हैं, जिसकी सीधी बुआई कर धान की अच्छी फसल किसान ले सकते हैं। कृषि वैज्ञानिक के अनुसार तुरंता, हीरा, विरसा धान-1 और विरसा धान-2 की किसान सीधी बुआई कर सकते हैं। तुरंता और हीरा प्रभेद के बीज से फसल 70-80 दिन में तैयार हो जाती है। वहीं विरसा-1 और विरसा-2 प्रभेद के बीज से किसान 100-110 दिन में फसल काट सकते हैं। वैसे उपरी जमीन के लिए राशि, पुसा2-21, साकेत 4 और आइआर-36 प्रभेद के बीज भी काफी कारगर हैं। इन बीजों से फसल 110 से 125 दिन में तैयार हो जाती है।
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