Sawan 2025: बिहार के इस रहस्यमयी मंदिर में पूजा करने से पूरी होती है श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं
गया के मानपुर में फल्गु नदी के किनारे श्री बाबा मनोकामना महादेव का प्राचीन मंदिर है। सावन में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मंदिर की दीवारों पर कलाकृतियां हैं और गर्भगृह में एक छोटा शिवलिंग है जिसका उल्लेख शिव पुराण में भी है। गया रेलवे स्टेशन से मंदिर 6 किमी दूर है। मान्यता है कि यहां पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

जागरण संवाददाता, गया। शहर के फल्गु नदी के पूर्वी छोर पर बसे मानपुर प्रखंड स्थित गोपालगंज रोड अंतर्गत मानपुर बाजार में प्राचीन श्री बाबा मनोकामना महादेव का मंदिर है। मंदिर में प्रतिदिन श्रद्धालु पूजा के लिए आते हैं।
सावन मास में भगवान भोलेनाथ के दर्शन एवं पूजन को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। सावन के सोमवार को श्रद्धालुओं की लाइन लगी रहती है।
मंदिर का इतिहास
मंदिर काफी प्राचीन है। मंदिर की दीवारें कला कृतियों से निर्मित है। मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग छोटे रूप में उजले पत्थर का है। श्री बाबा मनोकामना महादेव शिवलिंग का चर्चा शिव पुराण से लेकर कई ग्रंथों में किया गया है।
इस शिवलिंग मंदिर में अनेकों स्थानों से श्रद्धालु दर्शन पाने के लिए आते हैं। साथ ही, बिहार के कई जिलों से सावन माह में पूजा अर्चना करते हैं। सावन में श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ा रहता है।
धाम तक पहुंचने का मार्ग
श्री बाबा मनोकामना महादेव मंदिर में पहुंचने के लिए कई रास्ते हैं। गया जी रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी 6 किमी है। मुफस्सिल मोड़ बस स्टैंड से डेढ़ किलोमीटर की दूरी है। जबकि ईश्वर चौधरी हॉल्ट से लगभग एक किलोमीटर स्थित है।
जहां श्री बाबा मनोकामना महादेव मंदिर गोपालगंज रोड अंतर्गत मानपुर बाजार में स्थित है। हालांकि, चार पहिया अन्य वाहनों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। सावन मास में जलाभिषेक को लेकर प्रत्येक दिन श्रद्धालुओं की लाइन लगी रहती है। में 15 वर्षों से पूजा करता आ रहा हूं। -जयराम मिश्रा, पुजारी।
श्री बाबा मनोकामना महादेव मंदिर में भोलेनाथ की मन एवं श्रद्धा से पूजा अर्चना करने पर श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती हैं। जो मांगा जाता है वह इच्छा पूर्ण होती है। इस मंदिर में सावन में भक्तों की अधिक भीड़ रहती हैं। -जय प्रकाश, श्रद्धालु।
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