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फतेहपुर में देखिये बालू का खेल, धडडले से हो रहा बालू का उठाव एवं भंडारण, प्रशासन को भनक तक नहीं

अवैध बालू खनन मामले में बिहार के कई वरीय प्रशासनिक अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई हो चुकी हैं पर फतेहपुर में अवैध खनन धड़ल्‍ले से जारी है। थाना के आस-पास बालू तस्कर बड़े आराम से बालू गिरा रहे हैं। प्रशासन मूक दर्शक बनी हुई है बालू तस्करों के पौ बारह हैं।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 08:12 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 01:50 PM (IST)
फतेहपुर में देखिये बालू का खेल, धडडले से हो रहा बालू का उठाव एवं भंडारण, प्रशासन को भनक तक नहीं
बालू तस्‍कर आधी रात से सुबह तक बड़ी आसानी से ढाढर नदी से बालू का उठाव कर रहे, सांकेतिक तस्‍वीर।

फतेहपुर (गया), संवाद सूत्र। राज्य सरकार बालू खनन को लेकर काफी सख्त है। बिहार के वरीय प्रशासनिक अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई हो चुकी हैं, पर फतेहपुर में अवैध खनन धडडले से हो रहा है। थाना के आस पास बालू तस्कर बड़े आराम से बालू गिरा रहे हैं। तस्करों के द्वारा आधी रात  से लेकर सुबह तक बड़ी आसानी से ढाढर नदी से बालू का उठाव किया जा रहा है। वहीं सड़कों के किनारे कई जगहों पर बालू का ढेर देखा जा सकता है। पर स्थानीय प्रशासन इस मामले में मूक दर्शक बनी हुई है। जिसके कारण बालू तस्करों की पौ बारह है।

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ढाढर नदी से बालू की उठाव के लिए नहीं हुआ निबंधन

फतेहपुर प्रखंड के एक मात्र बालू घाट ढुबबा के पास है जिसका निबंधन सरकार के द्वारा किया जाता है। पर इस साल इसका निबंधन नहीं हो सका है। उसके बाद भी लोगों को बड़ी आसानी से एक हजार से 15 सौ रुपये के बीच एक ट्रैकटर बालू मिल जा रहा है। हाल के दिनों में  थाना के दो सौ मीटर की दुरी पर बालू का भंडारण किया गया है। किसने भंडारण किया है, किसी को नहीं पता।

थाना एवं उसके आस पास रहते हैं तस्करों के सूचक

पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिये थाना एवं उसके आस पास तस्करों के सूचक मौजूद रहते हैं,जैसे ही फतेहपुर थाना से कोई भी वाहन कार्रवाई के लिए बाहर निकलता है वैसे ही तस्करों को सूचना मिल जाती हैं। जिसके कारण पूलिस को बैरंग वापस लौटना पडता है।

यहां यहां से होता है बालू का अवैध खनन

फतेहपुर प्रखंड के दौनैया,तीरमा,नीमी,बाराटांड,बदउवा,डिहुरी,पतेया,कोरियाघाट,बगई से भारी मात्रा में ढाढर नदी से बालू का उठाव किया जा रहा है। बारिश के दिनों नदी के जलस्तर बढनें के कारण कुछ दिन अंकुश लगता है, पर जलस्तर कम होते ही बालू तस्कर पुनः सक्रिय हो जाते हैं।

चौकीदार को बालू घाट की निगरानी के लिए किया गया निुयक्‍त

नव नियुक्त थानाधयक्ष मनोज राम के द्वारा ढाढर नदी के बालू घाटों की निगरानी के लिए चौकीदारों को तैनात किया गया है। साथ ही उनसे कहा गया है कि अगर लापरवाही बरती गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनकी यह कार्रवाई कितनी सफल होती हैं यह देखने की बात होगी।


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