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    खेतों में आग लगाने एवं भ्रूण हत्या कराने वाले होते हैं आतताई: जीयर स्वामी, दीक्षा के साथ महायज्ञ का समापन

    प्रवचन के दौरान जीयर स्वामी जी ने कहा - शास्त्रों के अनुसार ही नहीं बल्कि वैज्ञानिकों के अनुसार भी खेत में आग लगाने से विनाश होता है। खेतों में आग लगाने से मानव की रक्षा करने वाले जीव एवं पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो जाते हैं।

    By Prashant Kumar PandeyEdited By: Updated: Thu, 28 Apr 2022 11:42 AM (IST)
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    जीयर स्वामी जी ने खेतों में आग लगाने वाले को बताया आतताई

     संवाद सूत्र, करगहर: रोहतास। जिस धरती माता से समस्त जीवों का कल्याण होता है, उसी धरती माता पर आग लगाने वाले शास्त्रों के अनुसार आताताई होते हैं। शास्त्रों के अनुसार ही नहीं बल्कि वैज्ञानिकों के अनुसार भी खेत में आग लगाने से विनाश होता है। आग लगाने वाले व्यक्ति को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष दोनों रूप से हानि होती है। खेतों में आग लगाने से मानव की रक्षा करने वाले जीव एवं पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो जाते हैं।

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    कपसियां में आयोजित लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के समापन के अवसर पर श्रीलक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि इस धरा धाम पर चार तरह के लोग आताताई यानि अत्याचारी की श्रेणी में आते हैं। प्रथम खेतों में आग लगाने वाला, दूसरा गर्भ में बच्चा की हत्या करने वाला, तीसरा दूसरे की जमीन हड़पने वाला और चौथा स्त्री हरण करने वाला। वैसा व्यक्ति इस संसार में मानव शरीर लेकर भी राक्षसी प्रवृत्ति के रूप में जाना जाता है। उस व्यक्ति को आत्मीय सुख प्राप्त नहीं होता है।

    स्वामी जी ने कहा कि परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा प्रेम व्यवहार बनाए रखना चाहिए। अपने परिवार की शिकवा शिकायत दूसरे से नहीं करनी चाहिए, इससे दूसरे लोग निदान तो नहीं निकालते बल्कि ठिठोली करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लोग ग़लत कामों से अर्जित धन के कुछ अंश को संत एवं देवताओं को अर्पण कर अधिक धन एवं पुत्र प्राप्ति की याचना करते हैं। वैसा धन कभी भी फलीभूत नहीं होता है। आप कितना भी देवी देवताओं तथा पूजा पाठ करा लें।

    हरिद्वार पीठाधीश्वर जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी बैकुंठ नाथ जी, जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी माधवाचार्य जी, जगतगुरु शंकराचार्य चतुर्भुज स्वामी जी ने अपनी कथा से भी लोगों को लाभान्वित किया। 51 लोगों को स्वामी जी ने दीक्षा दी। प्रसाद वितरण के साथ ही यज्ञ का समापन हो गया।

    मौके पर समाजसेवी मिथिलेश पाठक,जिला पार्षद मेलू मिश्रा, विवेक पांडेय उर्फ सोनू पांडेय, धनंजय पांडेय, मुखिया निरंजन चौरसिया, कमलेश चौबे, विकास पांडेय, मनोज पांडेय समेत अन्य मौजूद थे।