गया में थानेदार के नाम पर बकरियों की चोरी, चोरों के इस नायाब तरीके से पब्लिक-पुलिस के भरोसे पर चोट, कुछ ले रहे मज़े
आधी रात को जब गांव के लोग सो रहे थे तभी एक पिकअप वाहन लेकर बाइक पर सवार तीन अज्ञात लोग गांव में दाखिल हुए। बकरियों के मालिक से यह कहकर बकरी की मांग करने लगे कि थाना के बड़ा बाबू बकरी मांग रहे हैं। जानिये आगे क्या हुआ...

संवाद सूत्र, आमस : चोरों ने अब चोरी करने का तरीका भी बदल दिया है। आमस थाना क्षेत्र के सांवकला गांव में बुधवार की रात्रि चोरों के एक दल ने बकरी चोरी करने के लिए बड़ा ही नायाब तरीका अपनाया। दरअसल, आधी रात को जब गांव के लोग सो रहे थे तभी एक पिकअप वाहन लेकर बाइक पर सवार तीन अज्ञात लोग गांव में दाखिल हुए। जिन घरों में बकरियां थी उनके मालिक से यह कहकर बकरी की मांग करने लगे कि थाना के बड़ा बाबू बकरी मांग रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक चोरों के दल ने प्रसाद मांझी, कृत मांझी, दुलारी मांझी और बाल गोविंद मांझी के के घर बकरी चोरी करने के लिए पहुंचे थे। खुद को थाना का स्टाफ बताकर बड़ा बाबू बकरी मांग रहे हैं यह कहकर ग्रामीणों से बकरी मांगने लगे। इसी बीच बाल गोविंद मांझी के घर में रखी सात बकरियों को पिकअप वाहन पर लादकर चोर चलते बने।रात तक गांव वालों ने भी माना कि शायद थाना स्तर से ही बकरी मंगवाई गई हो।
सुबह पता चली बात की हो चुका है धोखा
सुबह हुई तो ग्रामीणों ने आपस में इस बात की चर्चा की। तब जाकर सारा माजरा समझ में आ गया। ग्रामीण इस बात की चर्चा में थे कि आखिर बड़ा बाबू ने रात्रि के समय बकरियां क्यों मंगवाई। बाद में यह स्पष्ट हो गया कि बकरी बड़ा बाबू ने नहीं बल्कि चोरों ने धोखे से चुरा ली। थाना के बड़ा बाबू के नाम पर बकरियों की चोरी की गई। इस घटना के बाद शुक्रवार को बाल गोविंद मांझी थाना पहुंचे। थानाध्यक्ष को पूरी बात बताई। बकरी चोरी मामले में स्थानीय थाने को एक लिखित आवेदन दिया गया है। थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बकरी चोरी के मामले की जांच की जाएगी। चोरों की तलाश की जा रही है।
मोबाइल से कम से कम एक बार पूछ लेने में ही भलाई
चोरों के इस नायाब तरीके को जानकर कई लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो रहे हैं और इस घटना को ग्रामीणों के भोलेपन से जोड़ कर देख रहे हैं। लोगों का कहना है कि अब किसी के भी नाम पर किसी को कुछ भी देने के लायक नहीं है। मोबाइल से कम से कम एक बार पूछ लेने में ही भलाई है, क्योंकि इस तरह के तरीके अपना कर चोर किसी न किसी दिन किसी को बड़ा चुना लगा सकते हैं और फिर हाथ मलने के अलावा कुछ शेष नहीं रह जाएगा।
पब्लिक और पुलिस के बीच के रिश्ते पर प्रहार
वहीं दूसरी ओर कुछ ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस घटना से पुलिस और पब्लिक के बीच का जो रिश्ता है वह कमजोर पड़ जाएगा और अब किसी वास्तविक पुलिस वाले पर भी भरोसा करना काफी मुश्किल हो जाएगा। जिससे दोनों को काफी बड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
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