गया के कोंच में एक बार फिर बढ़ने लगा तनाव, पुलिस के लिए स्थिति काबू में रखने की बड़ी चुनौती
गया जिले के काेंच प्रखंड क्षेत्र में एक सप्ताह में दो लाेगों की हत्या से माहौल में तनाव व्याप्त हो गया है। पहले 19 मार्च को सड़क पर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। इसके बाद महिला की जान ले ली गई।

कोंच (गया), संवाद सूत्र। गया जिले के उग्रवाद प्रभावित कोंच प्रखण्ड में पुन: इन दिनों जातीय तनाव व्याप्त हो गया है। दिन के उजाले में दो लोगों की हत्या से माहौल गर्म है। ऐसे में पुलिस पर भी लोगों ने सवालिया निशान लगाए हैं। इधर घटना के बाद सिन्दुआरी गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। इधर इस घटना से गांव व आसपास के इलाके में दहशत का महौल कायम है। पुन: लोग रतजग्गा करने को विवश हैं। साथ हीं घटना स्थल पर नेताओं का हुजूम पहुंचना शुरू हो गया।
19 मार्च को हुई थी जगदीश यादव की हत्या
मालूम हो कि विगत 19 मार्च को गोह के डरमा गांव से कोंच की ओरआने के क्रम में अपाची पर सवार दो अपराधियों ने दिन के उजाले में हीं मंजाठी व सलेमपुर के बीच में जगदीश यादव को गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी आजतक नहीं हो पाई है। आसपास के इलाका में दहशत का महौल कायम हीं था कि दूसरी हत्या भी दिनदहाड़े कर दी गई।
बेटे की हत्या करने आए थे, मार डाला मां को
सिन्दुआरी गांव से पूरब नहर व बलवापर गांव के बीचोबीच खेतों में चने की रखवाली कर रही 60 वर्षीय विधवा शकुंतला देवी की हत्या कनपटी में गोली मारकर कर दी गई। इधर मृतक के स्वजनों का कहना था कि निशाने पर शकुंतला देवी का पुत्र प्रेमधन उर्फ गुड्डू था। अपराधी उसी को मारने के ख्याल से पहुंचे थे। लेकिन उस वक्त गुड्डू वहां नहीं था इससे उसकी जान बच गई और मां की मौत हो गई। हत्या की खबर सुनते हीं नेताओं का घटनास्थल पर पहुंचने का सिलसिला तेज हो गया है। पूर्व जिला पार्षद रामचन्द्र आजाद, राजू यादव,मुखिया शिव कुमार चौहान आदि ने घटनाओं पर नाराजगी जताई है। कहाहै कि लोगों में खौफ है। इसलिए अपराध पर अविलंब लगाम लगाया जाए।
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