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    गया केंद्रीय कारा में बंदियों के लिए बनेगा अत्याधुनिक किचेन, आयुक्त ने निरीक्षण में दिए आदेश

    By Prashant Kumar PandeyEdited By:
    Updated: Tue, 10 May 2022 01:21 PM (IST)

    सोमवार को मगध प्रमंडल आयुक्त मयंक बड़बड़े गया केंद्रीय कारा का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। आयुक्त के पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दी गई। सबसे पहले कारा में किचेन का निरीक्षण किया। जहां गैस सिलेंडर पर बनने वाले खाना और अन्य व्यवस्था पर उन्होंने खुशी जाहिर की।

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    गया सेंट्रल जेल की तस्वीर, जागरण आर्काइव

     जागरण संवाददाता, गया : गया केंद्रीय कारा में लगातार हर स्तर पर बदलाव हो रहा है। यहां होने वाले बदलाव में बंदियों और कारा प्रशासन का योगदान रहा है। इसी क्रम में सोमवार को मगध प्रमंडल आयुक्त मयंक बड़बड़े गया केंद्रीय कारा का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। आयुक्त के पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दी गई। उन्होंने सबसे पहले कारा में पाकशाला यानि किचेन का निरीक्षण किया। जहां गैस सिलेंडर पर बनने वाले खाना का जायजा लिया। इस तरह की व्यवस्था से खुशी जाहिर की। उन्होंने निरीक्षण के क्रम में कारा प्रशासन को कहा कि यहां अत्याधुनिक किचेन तैयार करना है, जो प्रदेश के लिए एक मिसाल बनेगी। इसके लिए तैयारी शुरु कर दें। 

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    अत्याधुनिक किचेन बनाने के लिए प्रस्ताव करें तैयार

    अत्याधुनिक किचेन बनाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करें। उस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा जाएगा। पाकशाला के समीप मौजूद बंदियों से सरकारी स्तर पर मिलने वाले भोजन और उसका मेन्यू के बारे में भी जानकारी ली। कहीं काेई असुविधा हो रही है। इसके लिए बंदियों से पूछताछ की गई।इस तरह वार्ड संख्या-01 में बंदियों से खाना और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली गई। 

    खाद्य पदार्थ के भंडारण स्थल का लिया जायजा 

    कारा परिसर में जहां बंदियों को मिलने वाली राशन और खाना का जायजा लिया। उन्होंने खादय पदार्थ के सामानों के बारे में बारी-बारी से जानकारी ली। विशेषकर चावल, दाल, तेल एवं अन्य सामानों की। कारा के भंडारण में आने वाले सामानों के भंडार पंजी का भी अवलोकन किए। आयुक्त ने प्रत्येक पुरूष व महिला बंदियों को कितनी मात्रा में राशन उपलब्ध कराया जाएगा। जो मेन्यू राज्य सरकार के स्तर से जारी है। उसका अनुपालन होता है, या नहीं। इस पर जानकारी ली। भंडार में जो खादय पदार्थ मौजूद थे, उसकी वैधता के बारे में जानकारी ली गई। 

    आयुक्त पहुंचे अस्पताल

    आयुक्त वार्ड और भंडारण के जांच के बाद बीमार बंदियों से मिलने के लिए कारा अस्पताल पहुंचे। वहां मौजूद चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी और बंदियों से पूछताछ की। यहां भर्ती बंदी कौन-कौन बीमारी से ग्रसित है। उनका उपचार और देखभाल कैसे हो रहा है। साथ हीं अस्पताल में उपलब्घ जीवन रक्षक दवाइयां के बारे में जानकारी ली। मौजूद स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि यहां पर्याप्त दवाइयां है, जिन दवाइयों की कमी होती है। उसे अधीक्षक और उपाधीक्षक की अनुशंसा पर जीवन रक्षक दवाइयां मंगाई जाती है। दवा की कमी नहीं होती है। आयुक्त ने गर्मी से बचने और समय पर इलाज कराने का निर्देश दिए। 

    महिला वार्ड व किचेन का लिया जायजा आयुक्त ने गया केंद्रीय कारा में बंद महिला बंदियों से भी यहां की व्यवस्था में जानकारी ली। उन्हें समय पर खाना, दैनिक वस्तु और जीवन रक्षक दवाइयां मिलती है। किचेन में खाना कैसे बनाती है। खाना तैयार करने में कोई असुविधा नहीं होती है। 

    बुनियादी सुविधाओं का तैयार करे प्रस्ताव

    आयुक्त ने कारा अधीक्षक विजय कुमार आरोड़ा, जेलर रामानुज राम एवं सतीश कुमार को निदेश दिए कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित हर मेन्यू का पालन करना है। अगर कारा परिसर में कोई बुनियादी समस्या है। कोई नया निर्माण कराना है। कोई भी समस्या हो रहा है, तो इसका प्रस्ताव तैयार करें। उस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा जाएगा। करीब एक घंटे तक निरीक्षण करने के उपरांत आयुक्त लौट आए।