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    गया जंक्शन पर प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को आरपीएफ ने दिया नया जीवन, मां-बेटी दोनों स्वस्थ

    Updated: Sat, 13 Dec 2025 04:53 PM (IST)

    गया जंक्शन पर आरपीएफ ने ऑपरेशन मातृ शक्ति के तहत एक गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। महिला को प्रसव पीड़ा हो रही थी और आरपीएफ की महिला जवानों ने ...और पढ़ें

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    महिला को आरपीएफ ने दिया नया जीवन

    जागरण संवाददाता, गयाजी। पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल अंतर्गत गया जंक्शन पर शनिवार सुबह ऑपरेशन मातृ शक्ति के तहत रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की सतर्कता और मानवीय संवेदनशीलता का अनुकरणीय उदाहरण देखने को मिला। प्लेटफार्म संख्या 2-3 के मिडिल फुट ओवर ब्रिज के नीचे प्रसव पीड़ा से कराह रही एक गर्भवती महिला का आरपीएफ की महिला जवानों ने सुरक्षित प्रसव कराया। 

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    इस दौरान मां और नवजात बच्ची दोनों को सकुशल बचा लिया गया। घटना शनिवार की सुबह करीब 9:30 बजे की है। ऑन ड्यूटी आरक्षी धर्मेंद्र कुमार-1 ने ड्यूटी अधिकारी सहायक उप निरीक्षक पवन कुमार को सूचना दी कि प्लेटफार्म 2-3 के बीच फुट ओवर ब्रिज के नीचे एक गर्भवती महिला को तेज प्रसव पीड़ा हो रही है। महिला के साथ चार छोटे बच्चे और एक वृद्ध महिला भी मौजूद थीं। 

    मेरी सहेली टीम की सतर्कता

    सूचना मिलते ही सहायक उप निरीक्षक पवन कुमार ने तत्परता दिखाते हुए मेरी सहेली टीम में तैनात महिला आरक्षी सोनिका कुमारी को तत्काल मौके पर भेजा और स्टेशन मास्टर को मेडिकल सहायता के लिए सूचित किया। 

    महिला आरक्षी सोनिका कुमारी ने मौके पर पहुंचकर गर्भवती महिला ममता देवी (35 वर्ष), पति प्रवेश कुमार, निवासी ग्राम पिपरा नवदिहा, थाना बेला, जिला गयाजी को ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद करते हुए सुरक्षित प्रसव कराया। 

    कुछ ही देर में मंडल रेल अस्पताल गया के डॉ. रवि कुमार पांडे अपनी मेडिकल टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जच्चा-बच्चा का प्राथमिक उपचार किया। महिला ने एक नवजात बच्ची को जन्म दिया। 

    मां और बच्ची दोनों पूरी तरह सुरक्षित

    डॉ. पांडे ने बताया कि मां और बच्ची दोनों पूरी तरह सुरक्षित हैं और किसी प्रकार का खतरा नहीं है। प्रसूता की सास कारी देवी ने बताया कि वे आगे इलाज के लिए बेला मेडिकल अस्पताल जाएंगे। इसके बाद आरपीएफ की निगरानी में महिला और नवजात को परिजनों के साथ सुरक्षित रवाना कर दिया गया। 

    इस घटना ने रेलवे सुरक्षा बल की त्वरित कार्यवाही, मानवीय दृष्टिकोण और आपरेशन मातृ शक्ति की सार्थकता को एक बार फिर सिद्ध कर दिया।