Rahul Gandhi: फिर से वायरल हुई बिहार की 'पैड गर्ल', राहुल गांधी भी हो गए रिया के फैन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के गया दौरे के दौरान पैड गर्ल रिया पासवान के साथ उनकी बातचीत का वीडियो वायरल हो गया। रिया ने राहुल गांधी से कहा कि वह भी उनकी तरह नेता बनना चाहती हैं और शादी नहीं करना चाहतीं। राहुल गांधी ने महिलाओं की भागीदारी और कांग्रेस की योजनाओं पर भी बात की। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का प्रयोग जनता के फायदे के लिए होना चाहिए।

जागरण संवाददाता, गयाजी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी गया के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने महिला संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान उनके और सोशल मीडिया पर 'पैड गर्ल' के नाम से मशहूर रिया पासवान के बीच हुई दिलचस्प बातचीत का वीडियो जमकर वायरल हो गया है।
वायरल वीडियो में महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान रिया पासवान ने कहा कि वह भी राहुल गांधी जैसी नेता बनना चाहती हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आप बहुत अच्छा भाषण देती हो। तब रिया ने कहा कि मैं भी सोच रही हूं कि आपकी तरह शादी न करूं, अच्छी नेता बनूं और लोगों के लिए काम करूं।
रिया ने कहा कि जब मैं शक्ति अभियान में आई तो मुझे पता चला की राजनीति क्या होती है। इस दौरान कार्यक्रम संचालिका ने समय के अभाव की बात कहकर उन्हें अपनी बात बंद करने को कहा, तब राहुल गांधी ने कहा कोई बात नहीं क्या कह रही हो उसे पहले खत्म करो।
इस दौरान राहुल गांधी ने रिया को उनके काम के लिए शाबासी दी। इस दौरान रिया ने राहुल गांधी से अपने फेमस होने की भी कहानी शेयर की।
रिया पासवान को 2022 में तब फेमस हुईं थी, जब उन्होंने एक नौकरशाह, आईएएस अधिकारी हरजोत कौर भामरा से मुफ्त सैनिटरी पैड उपलब्ध कराने के बारे में सवाल किया था।
'महिलाओं को जिस प्रकार जगह मिलनी चाहिए नहीं मिल पाती'
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सह प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी ने कहा कि समाज को महिलाएं चलाती हैं और जो हमारे देश का पूरा सिस्टम है। उसमें महिलाओं को जिस प्रकार जगह मिलनी चाहिए नहीं मिल पाती है।
किसी भी क्षेत्र में जितनी भागीदारी महिलाओं को मिलनी चाहिए, नहीं मिल पाती है। हम चाहते हैं कि इसमें बदलाव हो। बिहार में हर क्षेत्र में महिलाएं ज्यादा-से-ज्यादा हर क्षेत्र में कार्य करें। हमने मेनिफेस्टो में लिखा है कि हर महीने बिहार की गरीब महिलाओं को ढाई हजार रुपये दें।
इसके पीछे हमारी सोच है कि महिलाओं के बैंक अकाउंट में पैसा होना चाहिए। लोस चुनाव में हमारी एक योजना थी न्याय योजना। इसमें हमने कहा था कि एक लाख रुपये हम हर साल महिला के बैंक खाता में डालेंगे। लेकिन, यहां हर महीने ढाई हजार रुपए बिहार सरकार आपको देगी।
आपने कहा कि आप बच्चों को पढ़ाते हो लेकिन आज हिंदुस्तान की सच्चाई है कि बच्चे डिग्री पाने के बावजूद रोजगार नहीं पाते हैं। लाखों-हजारों रुपये आपके पास से जाते हैं। हर रोज आपके जेब से जीएसटी जाता है और फायदा अडाणी-अंबानी जैसे लोगों को होता है। आपका कर्ज माफ नहीं होता है।
उनका हजारों-करोड़ों का लोन माफ होता है। आपको बैंक लोन भी नहीं देता। आपको साहूकारों से लोन लेना पड़ता है। आप जीएसटी का पैसा देते हो। आप बच्चों की शिक्षा का पैसा देते हो। बीमार होने पर निजी अस्पताल में पैसा देते हो। महंगाई बढ़ रही है आपकी जेब में पैसा कम होता जा रहा है। उनकी जेब में पैसा बढ़ता जा रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि यह हम बदलना चाहते हैं। हमारा कहना है कि दो देश नहीं बनना चाहिए। एक अंबानी-अडाणी वाला देश और दूसरा गरीब जनता का देश। हम चाहते हैं कि एक देश हो उसमें सबकी जगह हो।
शिक्षा, स्वास्थ्य में सरकार मदद करें। यह पूरा प्राइवेटाइजेशन जो हाे रहा है। हम इसके खिलाफ हैं। हम चाहते हैं कि सरकारी स्कूल और अस्पताल अच्छे हो और आपके बच्चों को रोजगार मिले, महंगाई कम हो। हमारी सोच है कि महिला की जो सोच होती है। वह दूर दृष्टि की सोच होती है। महिलाएं आज की नहीं कल की सोचती हैं।
महिलाओं की सोच बहुत जरुरी हैं देश के लिए। हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा मौका महिलाओं को मिले और कांग्रेस इसके लिए लगी हुई है। आपने मनरेगा की बात की। आपने सही बात कही कि टेक्नोलॉजी से फायदा होना चाहिए नुकसान नहीं।
हमने मनरेगा दिया उसमें सरकार ने टेक्नोलॉजी ऐसी जोड़ी कि महिलाओं को और मुश्किल हो रही है। फायदा की जगह नुकसान हो रहा है। हमारी सोच है कि टेक्नोलॉजी का प्रयोग जनता और गरीब लोगों के फायदे के लिए हो।
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