रिंकी सिंह बनीं कैमूर जिप अध्यक्ष तो पूनम देवी बनीं उपाध्यक्ष, जानिए किसे कितने मिले वोट
जिला परिषद के सदस्य करीब 11 बजे के आसपास समाहरणालय के सभाकक्ष में पहुंचे। चुनाव के क्रम में रिंकी सिंह को दस जिला परिषद सदस्यों का समर्थन मिला। ऐसे में रिंकी सिंह विजयी घोषित की गई। उसी प्रकार पूनम देवी को दस जिला परिषद सदस्यों का समर्थन मिला।

संवाद सहयोगी, भभुआ: समाहरणालय के सभाकक्ष में सोमवार को जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद का चुनाव हुआ। जिसमें अध्यक्ष पद पर रिंकी सिंह तथा उपाध्यक्ष पद पर पूनम देवी चुनी गई है। निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला तथा पर्यवेक्षक सह भोजपुर एडीएम कुमार मंगलम की देखरेख में संपन्न हुआ। जानकारी के मुताबिक सबसे पहले दो खेमे में जिला परिषद के सदस्य करीब 11 बजे के आसपास समाहरणालय के सभाकक्ष में पहुंचे। सभी सदस्यों के पहुंचने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी के द्वारा सभी को शपथ दिलाई गई। इस दौरान पद व गोपनीयता के साथ सभी सदस्यों को नशा मुक्ति की भी शपथ दिलाई गई। उसके बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई।
समाहरणालय के मुख्य गेट तथा परिसर में धारा 144 लागू थी
चुनाव की प्रक्रिया शुरू होते ही बाहर समर्थक नारा लगा रहे थे। समाहरणालय के मुख्य गेट तथा परिसर में धारा 144 लागू थी। चुनाव की प्रक्रिया के दौरान अध्यक्ष पद के लिए पूर्व चेयरमैन सह चांद निर्वाचन क्षेत्र 16 के जिला परिषद सदस्य विश्वंभरनाथ यादव उर्फ वकील यादव तथा रामगढ़ क्षेत्र के निर्वाचन संख्या तीन की जिला परिषद सदस्य रिंकी सिंह ने नामांकन प्रपत्र भरा। जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए कुदरा भाग संख्या छह की श्वेता गुप्ता व नुआंव भाग संख्या चार के पूनम देवी ने नामांकन प्रपत्र भरा।
प्रमाण-पत्र दिखाती जिला परिषद उपाध्यक्ष पूनम देवी
रिंकी सिंह तथा पूनम देवी को दस जिला परिषद सदस्यों का समर्थन मिला
चुनाव शुरू होते ही बाहर गहमागहमी दिखने लगी। चुनाव के क्रम में वकील यादव को आठ तथा रिंकी सिंह को दस जिला परिषद सदस्यों का समर्थन मिला। ऐसे में रिंकी सिंह विजयी घोषित की गई। उसी प्रकार श्वेता गुप्ता को आठ तथा पूनम देवी को दस जिला परिषद सदस्यों का समर्थन मिला। ऐसे में उपाध्यक्ष पद पर पूनम देवी विजयी घोषित की गई। जबकि अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष दोनों में एक -एक मत रिजेक्ट हुआ है। जीत के बाद पर्यवेक्षक की मौजूदगी में निर्वाचन पदाधिकारी ने प्रमाण पत्र दिया। जिला परिषद अध्यक्ष के बाहर आते ही समर्थकों के द्वारा फूल-माला पहनाकर स्वागत किया गया।
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