गया में रबी सीजन में किसानों की बल्ले-बल्ले, खेतों में नमी ने बढ़ाई उम्मीदें
इस वर्ष मौसम ने किसानों को खुश कर दिया है। खरीफ के बाद रबी फसल के लिए भी अनुकूल परिस्थितियां हैं। धान की अच्छी पैदावार हुई और खेतों में नमी बनी रहने से रबी फसल की तैयारी में राहत मिली है। किसान कटाई और बुआई दोनों काम एक साथ कर रहे हैं, जिससे लागत और समय की बचत हो रही है। कृषि विभाग किसानों को गेहूं बीज का वितरण कर रहा है।

प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
संवाद सूत्र, फतेहपुर (गया)। इस वर्ष मौसम ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। खरीफ के बाद अब रवि फसल के लिए भी मौसमी स्थिति किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं साबित हो रही है।
पूरे खरीफ मौसम में बिचड़ा बुआई से लेकर फसल पकने तक समय-समय पर हुई वर्षा ने जहां धान की पैदावार को गति दी, वहीं फसल तैयार होने के अंतिम चरण में भी बारिश ने खेतों में नमी बरकरार रखी। इस कारण खेतों में आज भी पर्याप्त नमी है, जिससे किसानों को रवि फसल की तैयारी में बड़ी राहत मिली है।
इस समय किसान एक साथ दो बड़े काम निपटाने में जुटे हैं। पहला खरीफ फसल की कटाई और दूसरा, उसी खेत में जुताई कर रवि फसल की बुआई। खेतों में नमी बनी रहने के कारण इस बार किसानों को सामान्य वर्षों की तरह पटवन (सिंचाई) करने की जरूरत नहीं पड़ी है।
किसान विनय यादव, कपिल यादव, झलक सिंह, नारायण मांझी बताते हैं कि आमतौर पर धान की कटाई के बाद खेतों में नमी कम होने लगती है और गेहूं की बुआई के लिए पटवन जरूरी हो जाता है।
लेकिन इस बार मौसम ने सहूलियत दी है और खेत अपने आप ही बुवाई लायक बने हुए हैं। इससे किसानों की लागत भी कम हो रही है और समय की बचत भी हो रही है।
बीते पखवाड़े मोथा चक्रवात का असर और विधानसभा चुनाव के दौरान हुई हल्की बारिश से खेती किसानी की रफ्तार कुछ समय के लिए जरूर प्रभावित हुई थी, मगर अब मौसम पूरी तरह अनुकूल है। खेतों से खलिहान तक धान की ढुलाई और गेहूं बुआई दोनों कार्यों में तेजी देखी जा रही है।
इस बार मौसम ने फतेहपुर प्रखंड के किसानों का बोझ हल्का किया है। लागत कम होने और मेहनत घटने से किसान उत्साहित हैं तथा रवि फसल की संभावित पैदावार को लेकर आशान्वित भी।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी दिलीप रजक ने बताया कि इस वर्ष रवि फसल के लिए परिस्थितियां बेहद अनुकूल हैं। किसानों को खेतों में पर्याप्त नमी मिल रही है, जिससे गेहूं बुआई के लिए अतिरिक्त पटवन की आवश्यकता नहीं पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि खरीफ की तरह इस बार रवि फसल बुआई का लक्ष्य भी पार किए जाने की उम्मीद है। कृषि विभाग द्वारा गेहूं बीज का वितरण किसानों के बीच लगातार जारी है।

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