गयाजी में राष्ट्रपति द्रौपति मुर्मू ने किया पिंडदान, विष्णुपद मंदिर में की पूजा, राज्यपाल भी आरिफ मोहम्मद खान भी साथ में
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गयाजी की पावन भूमि पर पहुंचकर विष्णुपद मंदिर में पिंडदान किया। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने उनका स्वागत किया। उन्होंने अपने पूर्वजों के मोक्ष और मुक्ति के लिए पिंडदान किया और श्री हरि के चरणों पर पिंड अर्पित करेंगी। राष्ट्रपति पद पर रहते हुए उनका यह पहला पिंडदान है।

नीरज कुमार, गयाजी। मोक्ष और ज्ञान की भूमि गयाजी की पावन भूमि पर आज देश की राष्ट्रपति द्रौपति मुर्मू पहुंचीं। अंतरराष्ट्रीय गया हवाई अड्डा पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, बिहार सरकार की ओर से सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार, गया के जिला अधिकारी शशांक शुभंकर ने भी उनका स्वागत किया।
एयरपोर्ट से कड़ी सुरक्षा के बीच विष्णुपद मंदिर पहुंची। विष्णुपद मंदिर पहुंचने पर राष्ट्रपति ने दोनों हाथ जोड़कर गयाजी की पावन भूमि को नमन की। उसके बाद विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में बैठी हैं, जहां अपने पूर्वजों के मोक्ष और मुक्ति के लिए पिंडदान कर रहीं हैं। पिंडदान करने के उपरांत राष्ट्रपति विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में जगत के पालनहार श्री हरि के चरणों पर अपना पिंड अर्पित करेंगे।
प्रमुख बिंदु
- ऐतिहासिक अवसर: राष्ट्रपति पद पर रहते हुए द्रौपदी मुर्मू का यह पहला पिंडदान है, जो गयाजी के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है।
- विष्णुपद मंदिर में अनुष्ठान: राष्ट्रपति ने विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में पिंडदान किया और बाद में गर्भगृह में श्री हरि के चरणों पर पिंड अर्पित करेंगी।
- सुरक्षा व्यवस्था: गया में कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रपति का काफिला विष्णुपद मंदिर पहुंचा, जहां यातायात के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे।
- पितृपक्ष मेला: गयाजी में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला चल रहा है, जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु पिंडदान के लिए आते हैं।
- पूर्वजों का मोक्ष: पिंडदान का उद्देश्य पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति है।
गयाजी के अंतरराष्ट्रीय गया हवाई अड्डा पर राष्ट्रपति की बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने पुष्प कुछ देकर किए स्वागत।
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