पितृपक्ष मेला में पिंडदानी इस्तेमाल कर सकते आवश्यकतानुसार व्यवसायिक या 5 किलो का छोटा सिलेंडर, बस करना होगा यह काम
शनिवार को रसोई गैस के वितरक एवं एजेंसी के साथ पितृपक्ष मेले में रसोई गैस की स्थिति के संबंध में बैठक की गई। बैठक में मुख्य रूप से मेला पितृपक्ष मेला में बाहर से आए यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रसोई गैस की व्यवस्था रखने पर चर्चा की गई।

जागरण संवाददाता, गया: अनुमंडल पदाधिकारी सदर इंद्रवीर कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को रसोई गैस के वितरक एवं एजेंसी के साथ पितृपक्ष मेले में रसोई गैस की स्थिति के संबंध में बैठक की गई। बैठक में मुख्य रूप से मेला पितृपक्ष मेला में बाहर से आए यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रसोई गैस की समुचित व्यवस्था रखने पर चर्चा की गई। रसोई गैस वितरक एवं रसोई गैस के एजेंसी को निर्देश दिया गया कि किसी भी कीमत पर आने वाले पितृपक्ष मेला में यहां के शहरवासियों एवं यात्रियों को गैस की कमी नहीं होनी चाहिए।
निर्धारित मूल्य से ज्यादा नहीं लगेगा, लगातार होगी जांच
यह देखा जाता है कि मांग बढ़ने के कारण कीमत में बढ़ोतरी हो जाती है, इस संबंध में सभी गैस रसोई गैस के वितरक एवं एजेंसी को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि किसी भी परिस्थिति में निर्धारित मूल्य से ज्यादा कीमत रसोई गैस के उपभोक्ता या बाहर के यात्रियों से नहीं लिया जाए। यदि ज्यादा कीमत लिए जाने संबंधी शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित एजेंसी पर कार्रवाई की जाएगी।
कालाबाजारी एवं जमाखोरी पर रखें नज़र
पितृपक्ष मेला के समय में वस्तुओं की मांग बढ़ने की संभावना के कारण कालाबाजारी जमाखोरी इत्यादि की शिकायत भी प्राप्त हो सकती है। इस संबंध में सभी रसोई गैस के वितरण एवं एजेंसी को रसोई गैस के कालाबाजारी एवं जमाखोरी रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया। सभी आपूर्ति पदाधिकारी को शहर में भ्रमणशील रहकर लगातार जांच करते रहें ताकि मेला के समय में भी गया शहरवासियों एवं आने वाले यात्रियों को रसोई गैस मिलने में कोई व्यवधान पैदा ना हो।
मेला के दौरान गैस की नहीं होगी किल्लत
बैठक में गैस वितरक एवं एजेंसियों के द्वारा आश्वस्त किया गया कि रसोई गैस की कोई समस्या गया शहर में नहीं है एवं पितृपक्ष मेला के समय में भी रसोई गैस की किल्लत नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए रसोई गैस का समुचित भंडारण कर लिया जाएगा ताकि मांग बढ़ने पर रसोई गैस का आपूर्ति की जा सके।
रसोई गैस के एजेंसियों के द्वारा यह बताया गया की जो भी यात्री आते हैं उनसे अपील की जाए कि वह रसोई गैस के घरेलू सिलेंडर को लेकर नहीं आए बल्कि गया में ही उपलब्ध रसोई गैस के व्यावसायिक सिलेंडर या रसोई गैस के पांच किलो के सिलेंडर का प्रयोग यात्री कर सकते हैं। रसोई गैस के छोटे सिलेंडर जैसे कि दो किलो तीन किलो के सिलेंडर का प्रयोग किया जाता है जो असुरक्षित भी होता है एवं कानूनी रूप से वैध भी नहीं है।
पांच किलो सिलेंडर करें उपयोग
सभी यात्रियों एवं उनके पंडा समिति से अपील किया गया है कि यात्रियों को अपने स्तर से सूचित कर दें की गया में घरेलू गैस की कोई कमी नहीं है, एवं उन्हें गया में ही आवश्यकतानुसार व्यवसायिक या 5 किलो का छोटा सिलेंडर आसानी से मिल जाएगा। जिसका उपयोग वह मेला के समय में कर सकते हैं।
गैस सिलेंडर लेने के लिए बस इतना कर लें
विक्रेताओं ने बताया कि पिंडदानी गैस सिलेंडर लेने के लिए आधार कार्ड की छाया प्रति, सिलेंडर सिक्युरिटी राशि एवं रिफलिंग का चार्ज देना होगा। अगर सिलेंडर लेकर आते हैं, तो केवल रिफलिंग चार्ज का भुगतान करना है। सभी जगहों पर अलग-अलग गैस एजेंसी का गैस का रेट चार्ट प्रदर्शित रहेगी। मौके पर भारत पेट्राेलियम के नोडल पदाधिकारी बीसिजा स्वायन, इंडेन के नोडल पदाधिकारी प्रियरंजन कुमार, गैस वितरक में बब्लु कुमार, अनिल पासवान, अंकित कुमार, श्याम किशोर आदि मौजूद थे।
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