गया के लोगों को खूब भा रहा लाल अमेरिकी अंगूर, क्या आपने लिया है इस रसीले फल का स्वाद
गया की मंडियों में अमेरिकी अंगूर की खूब बिक्री हो रही है। कीमत ज्यादा होने के बावजूद अपने स्वाद के कारण यह नासिक के सस्ते अंगूर पर भारी पड़ रहा है। यह चार सौ रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है।
जागरण संवाददाता, गया। पूरे विश्व का ध्यान इस समय अमेरिका के राष्ट्रपति की तरफ है। गया के लोगों काे भी अमेरिका भा रहा है। लेकिन यह अमेरिका देश नहीं बल्कि अमेरिकी अंगूर है जो यहां के लोगों की पसंद बना हुआ है। रसीले अौर मीठे अमेरिकी अंगूर गया शहर की मंडियों में खूब बिक रहे हैं। हालांकि इसकी कीमत अभी ज्यादा है। एक किलो के लिए चार सौ रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।
नासिक वाले अंगूर की की तुलना में अधिक मीठा और रसीला
नासिक के अंगूर की अपेक्षा अमेरिकी अंगूर की मिठास के साथ साथ रसीला भी अधिक होता है। इस वजह से यह अमेरिकी अंगूर गया के मंडियों में खूब बिक रहे हैं। शहर की मंडी में अमेरिकी अंगूर चार सौ रुपये प्रतिकिलो जबकि नासिक का अंगूर 160 से लेकर 200 रुपये किलो तक बिक रहा है। लेकिन दोगूने दाम के बावजूद अमेरिकी अंगूर की खरीदारी लोग करते हैं। सबसे अधिक बिक्री शहर के केदारनाथ मार्केट में होती है। फल विक्रेता उदय कुमार ने बताया कि अमेरिकी अंगूर की अच्छी बिक्री है। यह नासिक के अंगूर की अपेक्षा मीठा ज्यादा होता है। साथ ही इसमें रस भी अधिक होता है। इस वजह से यह लोगों को पसंद आ रहा है। खास बात यह है कि अमेरिकी अंगूर सालों भर बिकता है जबकि नासिक का अंगूर सिर्फ सीजन में ही मंडी में आता है। अभी नासिक का अंगूर आया हुआ है लेकिन मीठा नहीं रहने के कारण बिक्री काफी कम हो रही है।
कोलकाता मंडी से गया मंडी में पहुंच रहा है अमेरिकन अंगूर
गया की मंडी में अमेरिकी अंगूर कोलकाता की मंडी से पहुंच रहा है। फल विक्रेता कहते हैं कि अमेरिका से अंगूर समुद्र के रास्ते चेन्नई और मुंबई के बंदरगाह पर इसकी खेप पहुंचती है। वहां से कोलकाता की मंडी में आती है। प्रत्येक दिन 200 से 300 किलो अंगूर गया में कोलकाता से पहुंच रहा है।
कई गुणों से भरपूर होता है अंगूर
मालूम हो कि स्वाद में लाजवाब होने के साथ अंगूर कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। यह कैंसर, मधुमेह, पेट की बीमारियों में भी फायदेमंद होता है।