Move to Jagran APP

E Ashwin Portal: अब आशा को प्रोत्साहन राशि के लिए नहीं लगाना होगा कार्यालयों का चक्कर, बस ये करना होगा

आशा को प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए सरकार ने ई-अश्विन पोर्टल लांच किया है। इसके माध्यम से राज्य स्तर से ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान उनके बैंक खाते में कर दिया जाएगा। इससे पीएचसी कार्यालयों का चक्कर लगाने से निजात भी मिलेगी।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 08:35 AM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 08:35 AM (IST)
E Ashwin Portal: अब आशा को प्रोत्साहन राशि के लिए नहीं लगाना होगा कार्यालयों का चक्कर, बस ये करना होगा
अब सीधे बैंक खाते में पहुंच जाएगी राशि। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

जेएनएन, सासाराम (रोहतास)। आशा (Accredited Social Health Activist) को अब प्रोत्साहन राशि के लिए पीएचसी कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना होगा। सरकार ने आशा की प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिये ई-अश्विन पोर्टल लांच किया है। इसके माध्यम से राज्य स्तर से ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान उनके बैंक खाते में कर दिया जाएगा। इससे एक तो आशा कार्यकर्ताओं को ससमय प्रोत्साहन राशि का भुगतान हो सकेगा, वहीं राशि के लिये पीएचसी कार्यालयों का चक्कर लगाने से निजात भी मिलेगी। अब सभी आशा को अपने कार्यों से संबंधित ब्यौरा ई-अश्विन पोर्टल पर अपलोड करना होगा।

loksabha election banner

ई-अश्विन पोर्टल के माध्यम से प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिये सभी आशा, एएनएम, आशा फैसिलिटेटर व बीसीएम को जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पोर्टल के माध्यम से भुगतान के लिये समय सीमा का निर्धारण किया गया है ताकि प्रोत्साहन राशि के भुगतान में पूरी पारदर्शिता बरती जा सके।

पोर्टल पर लोड करना होगा कार्यों का ब्योरा : 

आशा वर्कर परफारमेंस एंड इंसेंटिव पोर्टल के माध्यम से आशा अपना कार्य संबंधी विवरण पोर्टल पर अपलोड करेंगी। ये डाटा संबंधित एएनएम के सत्यापन के बाद इसका सत्यापन बीसीएम करेंगे। इसके बाद पीएचसी प्रभारी के माध्यम से पोर्टल के जरिये प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिये ये राज्य सरकार को उपलब्ध करा दिया जाएगा।

सिविल सर्जन डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व पोषण संबंधी गतिविधियों को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में आशा की भूमिका महत्वपूर्ण है।  ग्राम स्वास्थ्य व पोषण दिवस के आयोजन में आशा अहम भूमिका निभाती हैं। च्चों को टीकाकरण के लिये केंद्र पर लाने, आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती माताओं की सभी जरूरी जांच सुनिश्चित कराने के साथ-साथ सुरक्षित मातृत्व व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के कार्यों में भी आशा अहम हैं। अब उनका पारिश्रमिक का भुगतान अश्विन पोर्टल के माध्यम से घर बैठे होगा। इसके लिए उन्हें कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.