नवादा: कल तक इस गांव की नहीं थी पहचान, अब इस गांव को देशभर के लोग जानने लगे हैं, जानिए कारण
थालपोश गांव एक ही रात में पूरे राज्य भर में प्रसिद्ध हो गया। राज्य के साइबर अपराध के मानचित्र पर इस गांव की चर्चा हो रही है। कल तक गांव के बारे में अनुमंडल से लेकर जिला मुख्यालय तक के ही लोग जानते थे। एक घटना से प्रसिद्धि मिल गई।

राजेश प्रसाद, पकरीबरावां (नवादा)।पकरीबरावां पुलिस अनुमंडल मुख्यालय से महज सात किमी की दूरी पर स्थित थालपोश गांव एक ही रात में पूरे राज्य भर में प्रसिद्ध हो गया। राज्य के साइबर अपराध के मानचित्र पर इस गांव की चर्चा हो रही है। कल तक गांव के बारे में अनुमंडल से लेकर जिला मुख्यालय तक के ही लोग जानते थे। एक घटना ने इस गांव की साइबर अपराध से प्रसिद्धि मिल गई। एक साथ 33 साइबर बदमाशों की गिरफ्तारी ने राजभर में तहलका मचा दिया। कल तक किस गांव से अनजान हर कोई इसे अब जानने लगा है। किसी गांव का कोई होनहार आइएस, आइपीएस, डॉक्टर बनता है तो उस गांव की प्रसिद्धि दूर दूर तक होती है। लेकिन, थालपोश गांव में ऐसा कुछ नहीं हुआ साइबर अपराध मामले में यह गांव सुर्खियों में आ गया है।
गांव से प्रखंड मुख्यालय और जिला तक हो रही चर्चा
थालपोश गांव की चर्चा प्रखंड मुख्यालय से जिला तक हो रही है। लगभग चार हजार आबादी वाले इस गांव की प्रसिद्धि समाज में बेहतर उपलब्धि रहने के लिए नहीं मिला है, बल्कि साइबर अपराध से इस गांव की पहचान बढ़ी है। साइबर अपराध में पकड़े गए ज्यादातर बदमाशों की डिग्रियां अच्छी खासी थी। इनके माता-पिता अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की कल्पना की थी। माता-पिता के सपनों को यह साकार नहीं कर सके और साइबर अपराध की दुनिया में कूद पड़े। इस घटना में पकड़े गए साइबर मास्टरमाइंड के घर वालों की क्या दशा होगी इस बात का उन सभी को कभी मलाल नहीं रहा। हर जगह इस घटना की ही चर्चा हो रही है।
साइबर अपराध करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। साइबर अपराध पर नजर रखी जा रही है। पुलिस को पूरी तरह से एक्टिव कर दिया गया है।
मुकेश कुमार साहा, एसडीपीओ पकरीबरावां (नवादा)।
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