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जेपीएन अस्पताल की ओपीडी में दवाओं की किल्लत, मरीज परेशान

गया। शहर के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में शुमार जेपीएन अस्पताल में इन दिनों दवाओं की किल्लत से मरीज परेशान हैं। उन्हें बाजार से खरीदनी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 11:41 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 11:41 PM (IST)
जेपीएन अस्पताल की ओपीडी में दवाओं की किल्लत, मरीज परेशान
जेपीएन अस्पताल की ओपीडी में दवाओं की किल्लत, मरीज परेशान

गया। शहर के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में शुमार जेपीएन अस्पताल में इन दिनों दवाओं की किल्लत से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। सरकारी कुव्यवस्था का आलम यह है कि यहां ओपीडी में 71 में से 28 तरह की दवाएं समाप्त है। दवाओं की सूची वाली बोर्ड पर खत्म हो चुकी कई दवाओं के नाम के आगे क्रास का चिह्न लगा दिया गया है। कई जरूरी दवा नहीं रहने से मरीजों को मजबूरन बाजार से दवा खरीदनी पड़ रही है। इसकी मार गरीब तबके के मरीजों पर सीधा पड़ रहा है। मरीज समुचित इलाज व दवा मिलने की उम्मीद से काउंटर पर पहुंचते हैं। लेकिन दवा वितरण काउंटर से जवाब मिलता है कि चार में से दो या एक दवा खत्म है। बाजार से ले लिजीए। कई बार मरीज व दवा वितरण काउंटर के कर्मी से बहस की नौबत भी बन रही है। बुखार, डायबिटीज, थायराइड समेत कई एंटीबायोटिक्स दवाएं नहीं :

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सदर अस्पताल के रूप में जेपीएन के भंडार में वैसे तो दर्जनों दवाएं फिलहाल नहीं हैं। कुछ हैं भी तो काम चलाऊ स्थिति है। बुखार व दर्द की दवा पैरासिटामोल, डायक्लोफेनिक टैबलेट नहीं है। वहीं गैस की दवा रेबिप्राजोल नहीं है। डायबिटीज की मेटफार्मिन, ग्लीमोपाइराइड, थायराक्सीन, दमा की दवा डेरी फाइलिन नहीं है। एंटीबायोटिक्स की बात करें तो एमोक्सी सीवी-625, सिफैक्जीम, ओफ्लोक्सासिन नहीं है। उपाधीक्षक बोले-बीएमआइसीएल से आती हैं दवाएं :

-उपाधीक्षक डा. चंद्रशेखर प्रसाद ने कहा कि कई जरूरी दवाएं खत्म हैं। बीएमआइसीएल के स्तर से जिला में आवंटित होती है। खत्म हुई दवाओं की सूची भेजी भी गई है, लेकिन समय से दवाएं उपलब्ध नहीं हो रही है। इसी से परेशानी है उन्होंने कहा कि जो दवाएं नहीं हैं, उन्हें मंगवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। क्या कहते हैं अधिकारी :

अस्पताल में जो भी दवाएं खत्म हैं उसे उपलब्ध कराने को लेकर जरूरी पहल की जाएगी। जल्द ही मरीजों को सभी तरह की दवाएं मिलने लगेगी।

डा. कमल किशोर राय, सिविल सर्जन, गया।


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