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    गया के इस आश्रम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति चोरी, पुलिस कर रही जांच

    By Jagran News Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Mon, 07 Jul 2025 03:27 PM (IST)

    गयाजी में अज्ञात चोरों ने गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा चुरा ली। सुबह बच्चों ने प्रतिमा को गायब पाया जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। डेल्हा थानाध्यक्ष ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। सिविल सर्जन ने सुरक्षा व्यवस्था पर चिंता जताई है और प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है।

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    गयाजी में अज्ञात चोरों ने गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा चुरा ली। जागरण

    जागरण संवाददाता, गया। मोक्ष व ज्ञान की नगरी गयाजी में अज्ञात चोरों ने रविवार की रात गया पटना रोड स्थित डेल्हा थाना क्षेत्र के गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम परिसर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा चुरा ली। सुबह जब बच्चे खेलने के लिए गौतम बुद्ध कृष्ण आश्रम अस्पताल पहुंचे तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा अपने निर्धारित स्थान पर नहीं दिखी। यह खबर मोहल्ले में तेजी से फैल गई।

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    आसपास के लोग व गांधी विचारधारा से जुड़े लोग भी उस स्थान पर पहुंच गए। साथ ही डेल्हा थाने को भी मूर्ति चोरी की सूचना दी गई। सूचना के बाद डेल्हा थानाध्यक्ष इंद्रदेव पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और अस्पताल प्रबंधन समेत सभी लोगों से पूछताछ की गई।

    पूछताछ के बाद थानाध्यक्ष ने बताया कि महात्मा गांधी की प्रतिमा बदमाशों ने चुरा ली है। पुलिस उन बदमाशों की तलाश कर रही है, जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि यहां करीब डेढ़ फीट ऊंची राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा थी, जो हल्के रंग के संगमरमर से बनी थी, जो यहां से गायब है।

    इधर, सिविल सर्जन डॉ राजा राम प्रसाद ने बताया कि गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा गायब होने की जानकारी उन्हें मिली है. उन्होंने तत्काल गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम के प्रभारी को स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है।

    उन्होंने यह भी कहा कि गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम पूरी तरह असुरक्षित है. यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. पूरी घटना की जानकारी विभाग और वरीय पदाधिकारी को दे दी गई है ताकि वहां सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जा सके। स्थानीय लोगों के अनुसार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा 2 अक्टूबर 1974 को स्थापित की गई थी।